राजस्थान के भरतपुर में अवैध खनन के खिलाफ आत्मदाह करने वाले संत विजय दास का अंतिम संस्कार हुआ, बड़ी संख्या में जनसमूह रहा मौजूद

भरतपुर/ राजेंद्र शर्मा जती। राजस्थान के भरतपुर में अवैध खनन के खिलाफ आत्मदाह करने वाले संत विजय दास का अंतिम संस्कार बरसाना के माताजी गौशाला में हुआ। दिवंगत संत के पार्थिव शरीर को मान मंदिर के संत दीन दयाल दास ने मुखाग्नि दी।

बृज के विरक्त संत रमेश बाबा की मौजूदगी में दिवंगत संत का धार्मिक रीतियों के अनुसार हुआ अंतिम संस्कार। अन्तिमसंस्कार से पहले 16 साल की उनकी पोती दुर्गा ने उनका अंतिम दर्शन किया। बरसाना के माताजी गौशाला में पार्थिव शरीर के पहुंचने से पहले मथुरा डीएम नवनीत सिंह चहल और एसएसपी अभिषेक यादव पहुंचे। वहां उन्होंने संत की अंतिम संस्कार की तैयारियों को देखा।

संत के पार्थिव शरीर को मथुरा की माताजी गौशाला लाने से पहले राजस्थान के कामां ले जाया गया। जहां संत के पार्थिव शरीर के साथ पवित्र विमल कुंड की परिक्रमा लगाई गई। संत विजय दास के अंतिम दर्शन में राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह व डॉ. बुलाकी दास कल्ला तथा यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण माताजी गौशाला पहुंचे।

भरतपुर सांसद रंजीता कोली व अलवर सांसद योगी बालक नाथ भी दिवंगत संत के अंतिम दर्शन में शामिल हुए। इसके अलावा कई विधायक, नेता, संगठन व समाज के लोग भी संत के अंतिम दर्शन के लिए कतार में खड़े रहे। पासोपा के ग्रामवासी भी बरसाना में अंतिम संस्कार में शामिल हुए।

इससे पहले 

ब्रज के पर्वतों से खनन कार्य को बंद कराने के लिए साधु संतों द्वारा लंबे समय से आंदोलन किया जा रहा था जिसे लेकर संत विजय दास बाबा ने पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह कर लिया जिसका इलाज के दौरान दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई। बाबा के पार्थिव शरीर को पूरे सुरक्षा बंदोबस्त के साथ तीर्थराज विमल कुंड पर लाया गया जहां तीर्थराज विमल कुंड के जल से बाबा के अंतिम स्नान कराकर पूरे सुरक्षा बंदोबस्त के साथ बाबा के शव को बरसाना के लिए रवाना कर दिया गया। बाबा के अंतिम दर्शन बरसाना में कराए गए हैं।

राजस्थान के भरतपुर में अवैध खनन के खिलाफ आत्मदाह करने वाले संत विजय दास का अंतिम संस्कार हुआ, बड़ी संख्या में जनसमूह रहा मौजूद

राज्य सरकार की ओर से भरतपुर जिला कलेक्टर आलोक रंजन द्वारा तीर्थराज विमल कुंड पर बाबा को पुष्प अर्पित कर श्रद्धा समन अर्पित किए गए। बाबा के शव की अंतिम यात्रा दिल्ली से मुख्य मार्गो होती हुई नंद गांव से कामां पहुंची जहां कामां कस्बा के कोसी चौराहे पर विभिन्न धार्मिक संगठनों के लोगों ने पुष्प वर्षा कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।

सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन की तरफ से सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखी गई थी। भरतपुर जिला कलेक्टर आलोक रंजन, भरतपुर पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह सहित भारी तादाद में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया था। तीर्थराज विमल कुंड से शव यात्रा बरसाना के लिए रवाना हो गई जहां उनके पार्थिक शरीर को ले जाया गया।

कस्बा बना पुलिस छावनी.. बाबा के पार्थिव शरीर को कामां लाने का कार्यक्रम निर्धारित होते ही पुलिस के आला अधिकारियों ने कामां कस्बा को छावनी में तब्दील कर दिया देखते ही देखते थोड़ी देर में कामां कस्बे में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। यहां तक कि भरतपुर जिला कलेक्टर आलोक रंजन एवं भरतपुर पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह सहित पुलिस के आला अधिकारी लगातार पल-पल की मॉनिटरिंग करते रहे।

भाजपा नेता रहे मौजूद.. बाबा की शव यात्रा कामां पहुंचने के दौरान भरतपुर सांसद रंजीता कोली, अलवर सांसद बाबा बालक नाथ, भाजपा नेता पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा, प सहित भाजपा नेता शकील खान, जिला उपाध्यक्ष निहाल मीणा,अल्ली हुसैन मौजूद थे।
सांसद बालक नाथ ने एंबुलेंस का किया विरोध.. जिस एंबुलेंस में बाबा बालक नाथ को लाया गया था उस पर राजस्थान सरकार के मुखिया एवं कैबिनेट मंत्री का फोटो लगा होने के बाद सांसद बाबा बालक नाथ एवं संत गोपेश दास महाराज द्वारा अपना विरोध भरतपुर जिला कलेक्टर आलोक रंजन के सामने करते हुए नाराजगी जाहिर की गई। फोटो परिचय-तीर्थराज विमल कुंड पर बाबा के पार्थिव शरीर पर जल से आचमन करते साधु संत, कोसी चौराहे पर शव यात्रा के दौरान पुष्प वर्षा करते लोग।