राजस्थान में अवैध खनन के खिलाफ आत्मदाह करने वाले संत का निधन, सरकार सवालों घेरे मे ?

Dr. CHETAN THATHERA
3 Min Read

जयपुर/ राजस्थान में अवैध खनन के खिलाफ मुहिम छेड़ने वाले संतो मैसेज एक संत ने सरकार द्वारा कारगर कदम नहीं उठाने से आहत होकर 3 दिन पहले केरोसिन डालकर आत्मदाह का प्रयास किया था इस हादसे में गंभीर रूप से झुलसे संत ने मध्य रात्रि को दिल्ली के अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।

भरतपुर जिसे ब्रज की भूमि के नाम से भी जाना जाता है इस ब्रज क्षेत्र में अवैध खनन के खिलाफ क्षेत्र के संत गण लंबे समय से ब्रज भूमि पर हो रहे अवैध खनन को रोकने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं और धरने पर बैठे हैं ।

लेकिन सरकार द्वारा इस दिशा में कोई कारगर व ठोस कदम नहीं उठा पाने के कारण आहत होकर 500 दिन से धरने पर बैठे संत विजय दास ने 501 वे दिन धरना स्थल पर ही अपने शरीर पर केरोसिन डालकर आत्मदाह का प्रयास किया था जिसे वहां पुलिसकर्मियों ने कंबल डालकर बचाया लेकिन इस आत्मदाह के प्रयास में संत विजय दास करीब 80% से अधिक झुलस गए थे ।

जिनको उपचार के लिए पहले जयपुर फिर दिल्ली के सफरदंगज अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उपचार के दौरान मध्य रात्रि को करीब 3:00 बजे संत विजय दास ने दम तोड़ दिया इसकी पुष्टि पहाड़ी क्षेत्र के एसडीएम संजय गोयल ने की है । बताया जाता है कि इस अवैध खनन के खिलाफ ही धरना प्रदर्शन कर रहे संतगणो मैं से एक संत नारायण दास 19 जुलाई से ही मोबाइल टावर पर चढ़े हुए हैं जिन्हे टावर से नीचे उतारने का स्थानीय प्रशासन द्वारा अथक प्रयास किया गया लेकिन सफल नहीं होगे संत नारायण दास अभी भी मोबाइल टावर पर चढ़े हुए हैं।

राजस्थान में धड़ल्ले से चल रहे अवैध खनन को रोकने टोकने वाला कोई नहीं है सरकार के लाख प्रयास भी इस अवैध खनन को रोकने में बेअसर साबित हो रहे हैं यही नहीं यह अवैध खनन करने वाले माफियो मैं अब तक कई लोगों की जाने ले ली है इनमें पुलिस अधिकारी पुलिस जवान और आमजन भी शामिल है ।

आखिर यह सिलसिला कब तक चलता रहेगा? सरकार या अवैध खनन करने वाले माफियों पर नकेल कसने में क्यों असफल हो रही है ? आखिर क्या कारण है ? क्या सरकार और पुलिस अधिकारियों का अवैध खनन माफियाओं के साथ सांठगांठ या सूचना तंत्र लीकेज है ? ऐसे कई सवाल हैं जो सरकार को कटघरे में खड़ा करते हैं ।

Share This Article
Follow:
चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम