Bharatpur/ राजेन्द्र शर्मा जती । लम्बे समय के बाद आखिरकार प्रदेष कांग्रेस पार्टी में संगठनात्मक एवं राजनैतिक नियुक्तियां की प्रक्रिया षुरू हो गई है। जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नया जोश आने की संभावना है।
लेकिन भरतपुर में कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ताओं की इन नियुक्तियों में उपेक्षा होने से कांग्रेस खेमे में स्पष्ट रूप से नाराजगी के सुर दिखायी देने लगे है।
हाल ही में हुई उचित मुल्य की दुकान आवंटन सलाहकार समिति में भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष हंसिका सिंह को सदस्य बनाने के बाद कांग्रेसियों में नाराजगी खुले रूप में सामने आने लगी है। इस नियुक्ति को लेेकर कांग्रेस के नेताओं ने पीसीसी के पदाधिकारियों ने सीएम अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी अजय माकन सहित अनेक प्रमुख नेताओं को टविटर के माध्यम से वाटसएप ईमेल के माध्यम से भेजकर विरोध जताया है।
इससे पहले एक राजनैतिक नियुक्ति भाजपा के प्रमुख महिला नेता सरोज लोहिया को स्थायी लोक अदालत का सदस्य बनाया जा चुका है उन्होने अपना कार्यभार भी संभाल रखा है। जबकि भाजपा के शासन काल में दो बार बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष एवं कई पदों पर काम कर चुकी है इसके अलावा अन्य कई भाजपा नेताओं के नाम भी सामने आने लगे है।
कांगे्रस शासन में हो रही भाजपा नेताओं की
नियुक्ति को लेकर तरह-तरह के कयास भी लगाये जा रहे है।
बताया गया है कि पिछले समय में जब भाजपा की सरकार थी उस दौरान नियुक्तियों भाजपा कार्यकर्ताओं के अलावा दूसरे अन्य लोगों को प्रमुखता नहीं दी गयी यहां तक कि कांग्रेस की विचारधाराओं से जुडे एमएसजे काॅलेज के प्रोफसर डाॅ बनय सिंह सहित अनेक सरकारी अधिकारियों एवं अनेक कर्मचारियों को भरतपुर जिले से दूसरे जिलों में ही स्थानंतरण कर दिये और इन्हें पांच साल तक भरतपुर में नहीं आने दिया।
लेकिन कांग्रेस शासन में भाजपा नेताओं को दी जा रही तबज्जों के पीछे क्या राजनैतिक मंषा है ये अभी कांगे्रस के दिग्गज लोगों की समझ से परे है।
हाल ही में कांग्रेस के द्वारा भरतपुर नगर निगम में 6 मनोनीत पार्षदों की नियुक्ति की गई थी।
लेकिन शुक्रवार को कांग्रेस के द्वारा घोषित की गई उचित मूल्य दुकान आवटंन सलाहकार समिति की लिस्ट विवाद का पर्याय बन गई।
सबसे ज्यादा विवाद तो इस बात का बना कि हाल ही में भाजपा की हंसिका सिंह को जहां भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया है।
भाजपा नेत्री हंसिका सिंह को अब कांग्रेस आलाकमान के द्वारा उचित मूल्य दुकान आवटंन सलाहकार समिति का सदस्य बना दिया। जबकि उनका अब कांग्रेस पार्टी से कोई सरोकार नहीं है। ऐसे में उनकी नियुक्ति कांग्रेस आलाकमान ने कैसी कर दी इस पर कांग्रेस में विवाद शुरू हो गया है।
पिछले साल प्रदेश कांग्रेस सरकार में उठे सियासी तूफान के बाद से ही कांग्रेस संगठन की सभी कार्यकारिणी काफी समय से भग हैं।
लम्बे समय से राजनैतिक नियुक्तियां नहीं होने से कांग्रेस के पूर्व पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं में निराशा देखी जा रही थी। कार्यकर्ताओं के द्वारा मांग की जा रही थी जल्द ही कांग्रेस के आलाकंमान को राजनैतिक नियुक्तियों और संगठनात्मक नियुक्तियां की जाए।
जिससे पार्टी के लिए कडी मेहनत कर रहे
कार्यकर्ताओं को मान सम्मान मिल सके। लम्बी जददोजहद के बाद आखिरकार राजनैतिक और संगठनात्मक नियुक्तियां की प्रक्रिया अब शुरू हो चुकी है।
लेकिन नई नियुक्तियों ने जिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं की खीझ और बढा दी है। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि संगठनात्मक नियुक्तियों में पूरी तरह पारदर्शिता नहीं बरती जा रही।
सबसे ज्यादा विवाद उचित मूल्य दुकान आवटंन सलाहकार समिति के सदस्यों की घोषणा को लेकर हुआ है जिसमें भाजपा की जिला अध्यक्ष हंसिका सिंह का नाम होना लोगों को हजम नहीं हो रहा है।
कार्यकर्ताओं ने भाजपा की जिला अध्यक्ष हंसिका सिंह की नियुक्ति को लेकर अपनी खासी नाराजगी जताई है।