Bharatpur News /राजेन्द्र शर्मा जती । भरतपुर (निस)। उत्तराखण्ड की सबसे ऊंची चोटी केदारकंठा 12500 फुट फतह कर इस सतह तक पंहुचने वाले अंशुल कुमार जिले के पहले पर्वतारोही बने। अंशुल ने केदार कंठा पीक -8 डिग्री से -10 डिग्री तापमान पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लहराकर पर्वतारोही होने का गौरव हासिल किया।
इस उपलब्धि पर इन्टरनेशनल एडवेन्चर फाउण्डेशन संस्थान ने खुशी जाहिर की। अंशुल कुमार ने यह उपलब्धि अपने जूनून और जज्बे के साथ हासिल की है। इन्टरनेशनल एडवेन्चर
फाउण्डेशन में वह वर्तमान में प्रशिक्षण ले रहै हैं इस मौके पर अंशुल कुमार ने कहा कि इस रिकार्ड का श्रेय संस्था के सचिव विवेक चैरसिया को जाता है क्यौंकि उनके द्वारा दिए गए हौंसले के कारण ही वो इस मुकाम तक पंहुच पाए हैं।
उन्होने बताया कि चोटी तक जाने का रास्ता बेहद खतरनाक था और स्नोफाॅल व राॅकफाॅल जैसी कठिनाईयों का सामना करना पडा। इन सभी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पीक पर तिरंगा लहराकर सफलता हासिल की। अंशुल कुमार की इस सफलता को जिले के लिए बडी उपलब्धि माना जा रहा है।