राजस्थान : आरक्षण के लिए चौथे दिन भी रेल ट्रैक पर जमे रहे गुर्जर, सरकार कर रही मान मनौव्वल

liyaquat Ali
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Bharatpur News। आरक्षण की मांग को लेकर भरतपुर के पीलूपुरा में रेलवे ट्रैक जाम कर बैठे गुर्जरों के बीच मंगलवार देर रात कर्नल किरोडी सिंंह बैंसला के बेटे विजय बैंसला का जन्मदिन मनाया गया। इस दौरान कर्नल बैंसला और विजय बैंसला दोनों पटरियों पर ही धरने पर बैठे रहे। गुर्जर पिछले चार दिनों से रेलवे ट्रैक जाम करके धरने पर बैठे हैं। कर्नल बैंसला को बातचीत की टेबल पर बिठाने के लिए वरिष्‍ठ आईएएस नीरज के पवन ने बैंसला के साथ बुधवार दोपहर दूसरे दौर की बातचीत की है। बातचीत करीब 20 मिनट तक चली।
कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला से वार्ता के लिए नीरज के पवन ने हिंडौन पहुंचने से पहले पीलूपुरा में विजय बैंसला से मुलाकात की थी। इससे पहले मंगलवार देर रात आईएएस पवन समझाइश करने के लिए पीलूपुरा पहुंचे थे। वहां उन्होंने कर्नल बैंसला की मौजूदगी में समाज के लोगों से गुर्जरों की विभिन्न मांगों पर सरकार की सहमति बताते हुए आंदोलन समाप्त करने की अपील की थी। इस दौरान समाज के लोग सरकारी भर्तियों में बैकलॉग व मृतकों को नौकरी व मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। ऐसे में करीब 40 मिनट तक ट्रैक पर रुके पवन वापस जयपुर के लिए रवाना हो गए।
पीलूपुरा में रेलवे ट्रैक पर धरने पर बैठे गुर्जर आंदोलनकारियों को हटाने की मांग को लेकर मंगलवार को नहरा क्षेत्र के 80 गांवों के प्रमुख पंच-पटेल हिंडौन आए। लेकिन, बैंसला के घर पर नहीं मिलने की जानकारी होने पर वापस लौटना पड़ा। इस प्रतिनिधिमंडल में वे लोग भी शामिल थे, जो कि सरकार के साथ गुर्जर समझौता कर वापस लौटे थे। एक तरह से यह गुर्जरों का दूसरा गुट है। प्रतिनिधिमंडल हिंडौन के आरओबी के पास पहुंचा ही था कि उन्हें बैंसला गाड़ी से कहीं जाते हुए दिखाई दिए जिस पर सभी लोग वापस लौट गए।
कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के पुत्र विजय बैंसला का मंगलवार को 50 वां जन्मदिन था। आंदोलन के कारण ट्रैक पर जमे होने के चलते उन्होंने अन्य आंदोलनकारियों के साथ ही अपना जन्मदिन मनाया। इस दौरान कर्नल बैंसला भी मौजूद रहे। विजय बैंसला ने केक काटकर जन्मदिन मनाया और सभी को केक बांटा।
दो धड़ों में बंटा गुर्जर आन्दोलन, विरोधियों ने कर्नल बैंसला पर साधा निशाना
गुर्जर आरक्षण आन्दोलन का बुधवार को चौथा दिन है। आंदोलनरत गुर्जरों के एक धड़े ने मंगलवार को तीसरा दिन भी कड़ाके की सर्द रात के बीच रेलवे ट्रैक पर ही गुजारा। सरकार और गुर्जर समाज के बीच सुलह होने की प्रक्रिया के बीच कर्नल बैंसला के तेवर जरा भी नरम नहीं हैं। पुत्र विजय बैंसला के ट्विटर के ज़रिये एक वीडियो पोस्ट करते हुए कर्नल बैंसला ने समाज के लोगों से आन्दोलन को गति देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि समाज के लोग जहां कहीं भी हैं आन्दोलन करके उसे सफल बनाएं।
वहीं इस वीडियो के साथ पुत्र विजय बैंसला ने भी समाज के लोगों से बुधवार सुबह से ही अपनी-अपनी जगह पर आन्दोलन और चक्काजाम करने के निर्देश दिए।
समाज का एक धड़ा जहां कर्नल किरोड़ी बैंसला की अगुवाई में सड़क से लेकर रेलवे ट्रैक पर आन्दोलन पर उतर आया है वहीं दूसरा गुट इसमें शामिल नहीं होकर आन्दोलन वापस लेने की अपील कर रहा है। इस धड़े का मानना है कि सरकार ने लगभग सभी मांगे मान ली हैं और यदि कोई गतिरोध है उसे वार्ता के ज़रिये सुलझा लेना चाहिए। कर्नल बैंसला के आन्दोलन पर गुर्जर नेता हिम्मत सिंह गुर्जर ने ट्वीट कर नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए कहा है कि पिछले 14 साल से राजनीतिक पार्टियों से सौदेबाजी की गई है।
तत्कालीन सरकारों से समझौतों के नाम पर गुर्जर समाज के साथ धोखा किया गया है। समाज से फरेब कर राजनीतिक हित साधने का काम किया गया है। आज वे लोग 80 गांव के पंच-पटेलों के समझौते पर अंगुली उठा रहे हैं। गुर्जर नेता हिम्मत सिंह ने ट्वीट में लिखा कि जो आज कथित बैकलॉग की मांग कर रहे हैं वे ध्यान दें कि 6 मई 2010 के सरकारी आदेश में 4 प्रतिशत पद नोशनल रूप से सुरक्षित रखे जाने की बात कही गई है। नोशनल का अर्थ काल्पनिक है, इसी तरह बैकलॉग भी काल्पनिक है और रहेगा। एमबीसी युवाओं को सब्जबाग दिखाने से बाज आएं।
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