Bharatpur News / राजेंद्र शर्मा जती। राजस्थान के भरतपुर जिले में कामां थाना इलाके की धिलाबाटी पुलिस चौकी पर एक अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है पुलिस कर्मियों के साथ एक बंदरिया इस तरीके से घुल मिल कर रहती है जिसका कोई अंदाज ही नहीं लगा सकता। पुलिसकर्मी वर्दी में हो या सादा वर्दी में बंदरिया झट से उनके कंधे पर बैठ जाती है और पुलिसकर्मी भी बंदरिया के ऊपर काफी लाड प्यार करते नजर आते हैं यहां तक कि बंदरिया को वह उसका मनचाहा भोजन भी प्रतिदिन कराते हैं।
पुलिस चौकी धिलाबाटी पर तैनात पुलिसकर्मी सोरेन सिंह गुर्जर ने बताया की पांच छह महीने पहले बंदरिया का बच्चा अपनी मां से बिछड़ गया था तब यह बच्चा पुलिस चौकी के पास बीमार हालत में मिला जिसके बाद पुलिस कर्मी उसे उठाकर पुलिस चौकी ले आये और उसका इलाज कराया व् खाना पीना खिलाते रहे और धीरे धीरे यह बंदरिया बड़ी होती गई और पुलिस के साथ ही रहने लगी इससे चोरों को पकड़ने में भी काफी मदद मिलती है।
बंदरिया का बच्चा अब जैसे-जैसे बड़ा होता जा रहा है वैसे वैसे ही वह पूरी तरीके से पुलिसकर्मियों के साथ घुलमिल गई है और और उनके साथ एक सदस्य की तरह ही रहती है।पुलिसकर्मियों ने उसका नामकरण भी कर दिया है।सभी पुलिसकर्मी उसे प्यार से गोरा कह कर बुलाते हैं और वह झट से उनके पास आ जाती है और पुलिसकर्मी एक बार कोई भी उसे इसारा कर दें वह तुरंत एक्शन में आ जाती है बाहर से कोई अनजान व्यक्ति आ जाए तो पुलिसकर्मी उसे कहते हैं ।
गौरा अटैक तो तुरंत ही वह उस व्यक्ति पर अटैक कर देती है तुरंत उनका इशारा मिलते ही वापसी बेक हो जाती है। पुलिस कर्मी भी उसके खाने पीने का ध्यान रखते है और समय समय पर उसको भोजन व् पानी की व्यवस्था करते है।पुलिसकर्मी भी उसके खाने के लिए पूरा इंतजाम रोजाना चौकी पर ही रखते है | यह बन्दरिया पूरे दिन पुलिस कर्मियों क