आईजी से प्रतिनिधि मण्डल ने की मुलाकात
भरतपुर ( राजेंद्र जती)। खण्ड डीग के कस्बा जनूथर में गत माह 22जुलाई की रात्रि को हुई चोरी की वारदात जिसमें चोरों ने दो मकान मालिकों के घरों को निशाना बनाते हुए लाखों की नकदी के साथ बेशकीमती आभूषणों पर हाथ साफ किया आखिर एक माह गुजर जाने के बाबजूद अभी तक वारदात का खुलासा नहीं हो सका है ।
जिसे लेकर भाजपा नेता सतीश बंसल के नेतृत्व में कस्बा के आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल ने आईजी मालिनी अग्रवाल से मंगलवार को मुलाकात की और वारदात के शिकार पीडितों की व्यथा को आईजी के समक्ष रखा।
जहाँ उन्हें शीघ्र वारदात का पर्दाफाश करने के प्रति आईजी ने आश्वास्त किया।मुलाकात के दौरान भाजपा मण्डल उपाध्यक्ष सतीश खण्डेलवाल,उपसरपंच माँगीलाल भगवत बंसल,मदन जैन,कन्हैया खण्डेलवाल,प्रकाश खण्डेलवाल एवं दिगम्बर चौधरी भी मौजूद थे।
इस वारदात के खुलासे के साथ माल बरामदगी एवं चोरों की गिरफ्तारी को लेकर पीडितों के साथ भ्रष्टाचारी विरोधी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष चन्द्रभान गुप्ता के नेतृत्व में 30जुलाई को कस्बा की चौकी के समक्ष आमरण अनशन भी शुरु किया ।
जिसे तीसरे दिन स्वयं जिला पुलिस अधीक्षक केशर सिंह शेखावत रात्रि को अनशन स्थल पहुँचे और आश्वासन के साथ अनशन समाप्त कराया।इस दौरान अब तक पुलिस के अन्य हुक्मरान द्वारा भी चोरी के खुलासे को लेकर तमाम आश्वासन देने के साथ संदिग्धों को पूछताछ लिए हिरासत में भी लिया गया।
पुलिस के खिलाफ विरोधी स्वर भी आमजन के द्वारा सुनाई दिये।वहीं दूसरी ओर चोरों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस विभाग द्वारा टीम गठित करने के साथ समय -समय पर क्षेत्र में दबिश भी दी गई।पीडितों के घर कई पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय विधायक जैसे सरीखे नामीचीन सत्तापार्टी नेताओं ने जाकर मुलाकात कर उन्हें दिलासा देने का दौर भी देखने को मिला।
लेकिन अभी तक वारदात का खुलासा नहीं होने से कस्बावासियों का पुलिस प्रशासन से विश्वास उठने के साथ जनप्रतिनिधियों की मुलाकात सिर्फ दिखावा तक सिमट कर रह गई।वहीं भ्रष्टाचारी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष चन्द्रभान गुप्ता ने हाल ही डीग में फायरिंग करने की वारदात का शीघ्र खुलासे के प्रति पुलिस की मुस्तैदी के साथ कस्बा में चोरी की वारदात का खुलासे नहीं करने को लेकर पुलिस कार्यशैली पर तमाम सवाल दागे हैं ।
यहाँ तक कोतवाल को घटना में संलिप्तता के आरोप लगाते स्थानान्तरण करने की बात कही है।भले ही पीडित वारदात को लेकर जहाँ आँसू वहा रहे हों।
मगर घटना को अंजाम देने वाले अभी पकड से दूर चैन की बंसी बजाने के साथ उनके हौसले सांतवे आसमान पर हो सकते हैं जो सबक नहीं मिलने से अन्य वारदात को भी अंजाम दे सकते हैं जिनको शीघ्र पकड मंसूबों को नेस्तानाबूद करना होगा।