Bharatpur news /राजेन्द्र शर्मा जती । भरतपुर जिले के बयाना थाना क्षेत्र के पीलूपुरा गांव में कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के आह्वान पर प्रस्तावित आंदोलन के मद्देनजर समूचे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। धीरे-धीरे आंदोलन स्थल पर गुर्जर समाज के लोग जुट रहे हैं। जयपुर में सरकार से वार्ता करने गया दूसरा धड़ा मौके की नजाकत पर नजर बनाए हैं। जबकि, कर्नल बैंसला अपनी रणनीति का खुलासा पीलूकापुरा में करेंगे।
पीलूकापुरा में महापंचायत के लिए कर्नल बैंसला के पुत्र विजय बैंसला पहुंच चुके हैं जबकि आगामी रणनीति के लिए यहां कर्नल बैंसला का इंतजार किया जा रहा है। बैंसला गुट अभी भी बैकलॉग वाली मांग पूरी नहीं करने की बात पर नाराज है, जबकि जयपुर वार्ता करने गए प्रतिनिधिदल के सदस्य पूर्व सरपंच यादराम का कहना है कि सरकार के साथ उनकी वार्ता सफल रही है, लेकिन आंदोलन को लेकर निर्णय कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ही करेंगे। आंदोलन के मद्देनजर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है।
आंदोलन के चलते रविवार को बयाना-हिण्डौन मार्ग पर संचालित होने वाली करौली व भरतपुर डिपो की करीब 40 रोडवेज बसों का संचालन निरस्त कर दिया गया। रेंज आईजी संजीब नार्जरी सुबह बयाना पहुंचे और अधिकारियों के साथ बैठक ली। बयाना उपखण्ड में आंदोलन को देखते हुए करीब तीन हजार पुलिसकर्मी व अधिकारी तैनात किए हैं। इनमें आरपीएफ के 90 जवान शामिल हैं जिन्हें हिण्डौन, बयाना, डुमरिया व फतेहसिंहपुरा स्टेशन पर तैनात किया गया है। सरकार ने चार आरएएस अधिकारी बयाना भेजे हैं। साथ ही जिले में धारा 144 लागू कर दी है। भरतपुर समेत धौलपुर, सवाई माधोपुर, दौसा, टोंक, बूंदी, झालावाड़, करौली में रासुका लगाया गया है।
गुर्जर आरक्षण की मांग को लेकर समाज के 41 सदस्यीय दल की शनिवार को जयपुर में सरकार के साथ चली मैराथन वार्ता के बाद एक धड़े की सहमति बन गई है। जबकि कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला का गुट अभी भी आंदोलन रद्द करने की बात स्पष्ट नहीं कर रहा है। कर्नल के पुत्र विजय बैंसला ने कहा कि सरकार ने अभी तक समाज की प्रमुख मांग बैकलॉग की भर्तियों पर सहमति नहीं जताई है। ऐसे में रविवार को पीलूपुरा में समाज की महापंचायत होगी और उसी में आंदोलन को लेकर निर्णय किया जाएगा।
बयाना के नहरा क्षेत्र के गुर्जर समाज के 41 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को जयपुर सचिवालय में मंत्रिमंडलीय उपसमिति के साथ समाज की मांगों को लेकर वार्ता की थी। लेकिन इसमें बैंसला गुट का कोई व्यक्ति शामिल नहीं हुआ था। गुर्जरों के रविवार को भरतपुर जिले के पीलूपुरा में जुटने के आह्वान पर प्रशासन अलर्ट मोड पर है। दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए आरपीएफ के 150 जवान तैनात किए गए हैं।
गुर्जर आंदोलन के पुराने अनुभवों से सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने भी तैयारियां पूरी कर ली हैं। लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाने के लिए आरएसी की दो कंपनियां पहुंच चुकी हैं। स्टेशन और ट्रैक की सुरक्षा के लिए आरपीएफ व जीआरपी के जवान तैनात किए गए हैं।