जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे राजस्थानी गौरव यात्रा के जोधपुर संभाग में हुए विरोध प्रदर्शन को देखते हुए अब मुख्यमंत्री रथ की बजाय हवाई यात्रा पर ज्यादा जोर दे रही है।
इसके पीछे विरोध को दरकिनार कर सीधे सभा स्थल पर पहुंचने की रणनीति बताई जा रही है हालांकि जोधपुर संभाग में बड़ा विरोध पीपाड़ में ही हुआ है पर माना जा रहा है की सभी विधानसभा क्षेत्रों में विरोध की आशंका है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने बीच का रास्ता निकालते हुए हवाई मार्ग से ही गौरव यात्रा निकालने की बना ली है।
गौरतलब है कि 25 अगस्त को पीपाड़ सिटी में स्वागत से पहले ही कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाए और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की बताया जा रहा है कि इस दौरान किसी ने उनकी बस पर पथराव भी किया इस घटना के बाद जहां भाजपा के नेता कांग्रेस नेताओं पर जमकर आरोप लगा रहे हैं
वहीं अब मुख्यमंत्री भी इस विरोध को देख कर सतर्क हो गई है मेवाड़ मैं यात्रा और उसमें आई भीड़ से उत्साहित भाजपा मान रही थी कि अन्य संभागों में भी ऐसा ही माहौल देखने को मिलेगा। लेकिन जोधपुर में पासा उल्टा पड़ गया और मुख्यमंत्री को भारी विरोध का सामना करना पड़ा
ऐसे में विरोध से बचने तथा विरोधियों को कोई मौका देने से पहले मुख्यमंत्री अब रथ की बजाय हेलीकॉप्टर से यात्रा को ज्यादा तवज्जो दे रही है। CM आमसभाओं को हेलीकॉप्टर से जाकर ही संबोधित कर रही है। इसके अलावा वे रथ से उन्ही स्थानों पर स्वागत कार्यक्रमों में जा रही है जहां विरोध की कोई संभावना नहीं है।
इधर 6 सितंबर को नागौर में होने वाले अमित शाह के कार्यक्रम को लेकर भी सरकार सतर्क हो गई है नागौर जिला जाट बाहुल्य माना जाता है तथा यहां भाजपा के Baaghi हनुमान बेनीवाल का वर्चस्व है ऐसे में शाह की सभा में कोई हंगामा ना हो जाए इसको देखते हुए सरकार ने खुफिया तंत्र को सक्रिय कर दिया है। नागौर में शाह की सभा कर तीसरे मोर्चे को चुनौती देने की तैयारी की जा रही है समझा जा रहा है कि नागौर में जोधपुर बीकानेर और अजमेर 3 संभागों को कवर कर लिया जाएगा