भरतपुर /राजेन्द्र शर्मा जती। आत्माशाषी परिषद की बैठक में रबी तथा खरीफ फसलों की वैज्ञानिक खेती तथा नई तकनीकों द्वारा ’’उन्नत खेती’’ पुस्तिका का विमोचन
जिला कलक्टर नथमल डिडेल द्वारा किया बुधवार को जिला कलक्टर नथमल डिडेल की अध्यक्षता में आत्माशाषी परिषद की बैठक आयोजित की गई । बैठक में जिला कलक्टर ने परियोजना निदेशक आत्मा को
निर्देशित किया कि जो भी साहित्य छपवाया जा रहा है, उसकी गुणवत्ता का ध्यान रखा जाए और जिले के किसानों के लिए उपयोगी हो। उन्होंने कहा कि आत्मा शाषी परिषद में सदन द्वारा अनुमोदित किये जा रहे किसानों में किसी की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने परियोजना निदेशक आत्मा द्वारा, फार्म स्कूल, फसल प्रदर्शनों, खाद्य सुरक्षा समूह प्रशिक्षण तथा जिले से
बाहर कृषक प्रशिक्षण, कार्यक्रमों में लक्ष्य से अधिक प्राप्ति अर्जित करने पर प्रसन्नता व्यक्त की, तथा निर्देशित किया कि आगे और ध्यान रखते हुए, अच्छी तरह से कार्यक्रम आयोजित किए जाएं ताकि जिले के अधिकाधिक
किसानों को इसका लाभ मिल सके।
परियोजना निदेशक आत्मा योगेश शर्मा ने आश्वस्त किया कि किसी भी सदस्य की पुनरावृत्ति नहीं हो, यह सुनिश्चित किया जाएगा और अगर कोई पुनरावृत्ति हो
रही होगी तो उसे संशोधित कर दिया जाएगा परियोजना निदेशक आत्मा ने बताया कि उन्नत किस्मों, बीज तथा खाद बोने की वैज्ञानिक विधियों, सिंचाई कब,
कितनी मात्रा में और किस तरह से दी जाए, जिले में विभिन्न रबी एवं खरीफ फसलों में लगने वाले कीट– व्याधियों की जानकारी तथा उनका प्रबंधन
इत्यादि की विस्तार से जानकारी दी गई है।
बैठक में डॉ उदयभान सिंह अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय कुम्हेर, डॉ अशोक कुमार शर्मा, प्रधान वैज्ञानिक सरसों अनुसंधान निदेशालय सेवर फार्म, डॉ नागेश चैधरी, संयुक्त निदेशक पशुपा