Bharatpur / राजेन्द्र शर्मा । भरतपुर में जयपुर नगर निगम महापौर एवं पार्षदों के निलंबन को लेकर भारतीय जनता पार्टी जिला भरतपुर द्वारा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में बिजली घर चौराहा से कलेक्ट्रेट भरतपुर तक पैदल मार्च कर विरोध प्रदर्शन किया एवम कलेक्ट्रेट पर धरना देकर प्रदर्शन किया।
धरना प्रदर्शन के दौरान सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्तओं के हाथों में तख्तियां एवम बीजेपी के झंडे लगे हुए थे। और उन पर लिखा हुआ था ।,”गहलोत सरकार होस में आओ होस में आओ, गहलोत तेरी दादागिरी नही चलेगी नही चलेगी,मेयर सोम्या गुर्जर एवं तीनों पार्षदो का निलंबन बापस लो बापस लो।आदि अनेक प्रकार के सिलोगन लिखे हुए थे।
और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा जोरदारी से निलंबन का विरोध करते हुए नारे लगाए। प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जयपुर नगर निगम की महापौर तथा पार्षदों को राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर निलंबित कर कांग्रेस सरकार ने लोकतंत्र की हत्या की है ।
स्पष्ट रूप से राज्य सरकार ने कानून का दुरूपयोग किया है। यह इससे भी स्पष्ट है कि राजस्थान के अलवर शहर में कांगे्रस समर्थित नगर पालिका व सभापति है जिनके विरूद्ध कोतवाली अलवर में प्रथम सूचना रिपोर्ट नं. 471/2020 इस आषय की दर्ज कराई गई थी । उक्त घटना की जाँच कराकर राज्य सरकार ने राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 2009 के तहत जाँच रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्यवाही हेतु पत्रावलि जिला एवं सत्र न्यायाधीष कैडर के अधिकारी को सौंप दी लेकिन वहाँ सभापति को आज तक निलम्बित नहीं किया गया।
इससे राज्य सरकार की दुर्भावना व कानून का दुरूपयोग स्पष्ट है। इसके अतिरिक्त जयपुर की जाँच रिपोर्ट के अध्ययन मात्र से ही यह स्पष्ट है कि यदि इस जाँच रिपोर्ट को समग्र रूप से पढा जाऐं तो सिर्फ धक्का-मुक्की होने का कथन ही सामने आता है। फिर भी निलंबन की कार्यवाही राज्य सरकार की स्पष्ट दुर्भावना दर्शाता है। चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से कांग्रेस जीत नहीं पाई उसी की बौखलाहट इस कदम में साफ झलकती है चुनाव जीतने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाने बार-बार परिसीमन करने बार बार चुनाव स्थगित करने सरकारी मशीनरी के दम पर चुनाव जीतने की कोशिश करने के बावजूद भी असफल होने पर तानाशाही करने का काम राजस्थान की कांग्रेस सरकार कर रही है पहले नगर निगम की कमेटियां भंग की न्यायालय ने उन्हें पुनः बहाल किया इसी तरह प्रदेश की अन्य नगर पालिका नगर परिषद और नगर निगम में सरकार का दुरुपयोग कर चुने हुए बोर्ड भंग करने की कोशिश की थी ।
उन्होंने कहा कि एक कंपनी के साथ मिलकर सरकार भ्रष्टाचार करना चाहती है इसलिए चुने हुए निकायों को भंग करने की अलोकतांत्रिक कोशिश कर रही है भारतीय जनता पार्टी सड़क पर सदन में और न्यायालय में सरकार के इस तानाशाह रवैए के खिलाफ पुरजोर लड़ाई लड़ेगी।
राज्य सरकार से हमारी मांग है कि पारित आदेश 6.जून 2021 को अपास्त किया जाकर महापौर डाॅ. सौम्या गुर्जर व पार्षद अजय सिंह चैहान, पारस जैन व शंकर शर्मा का निलम्बन बहाल किया जावे व दोषी अधिकारियों व राज्य सरकार के विरूद्ध कानून के तहत कार्यवाही की जावें।
निलंबन का विरोध प्रदर्शन एवं धरना देने बालों में प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री जवाहर सिंह बेडम, प्रदेश मंत्री महेंद्र जाटव,प्रदेश कार्य समिति सदस्य शिवानी दायमा, जिला उपाध्यक्ष अभयवीर सोलंकी , , जिला महामंत्री भगवान दास शर्मा,बिर्ज़ेश अग्रवाल, , जिला मंत्री प्रेमपाल सिंह,मीडिया संभाग प्रभारी शेलेष कौसिक ,जिला प्रवक्ता नरेश सेन ,एस सी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेमसिंह आर्य, पूर्व प्रदेश मंत्री अरविन्द पाल सिंह,किसान मोर्च के जिला अध्यक्ष मोहन सिंह रारह, मंडल अध्यक्ष नरेंद्र सिंघल, उमाशंकर शर्मा, पार्षद रूपेंद्र सिंह , पूर्व महामंत्री कीर्ति सिंह, फौजदार,महेश मीणा, अरुण प्रधान, जगत सिंह,अन्नू सिंह हेमू बमन पूरा,दीपू पंडित।