भरतपुर । (राजेन्द्र जती)शहर की सरकार नगर निगम की बोर्ड की बैठक आज नगर निगम सभागार में मेयर शिवसिंह भोट की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक काफी हंगमेेेदार रही।बैठक में के एजेंडा को लेकर कार्रवाई शुरू हुई सात एजेंडा में नगर निगम में सफाई कर्मचारियों के नए पद सर्जन करने पर विचार जिस पर बोर्ड के सभी पार्षदों ने सहमति जाहिर की इसके अलावा नगर निगम के एरिया में सूरजपोल चौराहा का नाम करण देवी अहिल्याबाई होल्कर चौराहा करने पर प्रस्ताव रखा गया लेकिन पार्षद राकेश पठानिया ने इसका विरोध किया इस पर सहमति नहीं बन पाई । इसके अलावा शहर के विकास सफाई व्यवस्था को लेकर बोर्ड की बैठक में पार्षदों ने मेयर शिव सिंह भोट के ऊपर कई भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए जबरदस्त हंगामा कर डाला बोर्ड की बैठक में उप मेयर भाजपा के इंद्र सिंह पाले और प्रतिपक्ष नेता इंदरजीत भारद्वाज योगेंद्र गप्पू दाऊ दयाल शर्मा मोती सिंह आदि ने सफाई व अन्य कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए इसी दरमियान एक पार्षद ने मेयर पर 1 1 लाख में कर्मचारियों की सीट बेचने के आरोप लगाकर मेयर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया इसके अलावा मेयर पर सफाई सहित अन्य कामों में भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए इस तरह के आरोप लगने पर मेयर शिवसिंह भोट भड़क गए और उन्होंने साफ तौर पर कह दिया जिसकी मां ने दूध पिलाया है वह सबूत लाकर दे मैंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है और अगर मैंने भ्रष्टाचार किया है तो इसकी जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो विभाग से करा लें और जांच में पूरा पूरा सहयोग करूंगा।
पार्षद गप्पू ने मेयर पर अगला विधानसभा चुनाव लड़ने का आरोप लगाया जिस पर मेयर ने तुरंत बोर्ड की बैठक में जवाब देते हुए कहा कि भरतपुर से भाजपा के विधायक विजय बंसल हैं और रहेंगे इस पर कांग्रेस के पार्षद दाऊदयाल ने जबरदस्त विरोध किया कि आप सदन में इस तरह की बात नहीं कर सकते । पार्षद इंद्रजीत भारद्वाज ने 1 करोड़ रुपए के टेंडर को कैंसिल करने की मांग की यह भी कहा कि सालाना 15 करोड रुपए सफाई व्यवस्था पर खर्च होते हैं । लेकिन सफाई पूरे शहर के अंदर कहीं नहीं दिख रही हर जगह गंदगी पड़ी हुई है इसमें भी घोटाला है पार्षद गप्पू ने मेयर के खुद के बार्ड में ज्यादा काम कराने का आरोप लगाया और अन्य वार्डों में काम नहीं कराने के आरोप लगाए बोर्ड की बैठक में एक महिला पार्षद तो बोर्ड की बैठक का बहिष्कार कर चली गई उन्होंने आरोप लगाया कि वार्ड में काम नहीं हो रहे हैं और बोर्ड की बैठक में इन मुद्दों को उठाया जाता है तो कोई जवाब नहीं मिलता है