कर्नल कर रहे थे खेल मंत्री से बात, गुर्जर युवक उखाडऩे लगे रेल पटरियों की फिशप्लेटें

liyaquat Ali
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File Photo

Bharatpur News । गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ीसिंह बैंसला की ओर से रविवार को भरतपुर जिले के पीलूपुरा में बुलाई गई महापंचायत के दौरान माहौल गर्मा गया है। कर्नल बैंसला के दोपहर बाद पीलूपुरा पहुंचते ही कुछ उत्साही युवक रेलवे ट्रेक पर उतर गए और पटरियों की फिश प्लेंटें उखाडऩे लगे। मुम्बई-दिल्ली रेलट्रेक की फिश प्लेटें उखाडऩे के दौरान गुर्जर नेताओं की समझाइश पर उत्साही युवक मान गए। दूसरी तरफ, कुछ गुर्जरों ने बयाना-हिण्डौन मार्ग जाम कर दिया है। पीलूपुरा पहुंचते ही कर्नल बैंसला ने खेल मंत्री अशोक चांदना से बातचीत की तथा उन्हें मौके पर बुलाया। खेल मंत्री चांदना ने 3 घंटे बाद पीलूपुरा पहुंचने का आश्वासन दिया है। इसके बाद ही आंदोलन की आगामी रणनीति तय करने का निर्णय किया गया है।

 
एक नवंबर से राजस्थान में चक्काजाम के आह्वान पर गुर्जर समाज के लोग रविवार को भरतपुर जिले के पीलूपुरा में जुटे। दोपहर बाद कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला के पीलूपुरा पहुंचते ही माहौल गर्मा गया। कुछ युवक रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए और पटरियों को नुकसान पहुंचाने लगे। गुर्जरों ने पीलूपुरा में मुंबई-दिल्ली रेलवे ट्रैक की फिश प्लेटें उखाड़ दी।
हालांकि, उन्हें समझाकर वहां से हटा दिया गया। गुर्जर आरक्षण आंदोलन पर समाज के नेता दो गुटों में बंट गए हैं। राज्य सरकार ने बीती रात गुर्जर समाज के एक गुट हिम्मतसिंह वगैरह के साथ 14 बिंदुओं पर समझौता कर लिया था, वहीं कर्नल किरोड़ीसिंह बैंसला ने इस समझौते को मानने से इनकार कर दिया।
उन्होंने चक्काजाम की घोषणा को बरकरार रखा। इसे देखते हुए करौली जिले में रविवार को बसें नहीं चलीं तो बयाना में पुलिस फोर्स तैनात रही। कई तहसीलों में इंटरनेट सेवाएं अब रविवार आधी रात तक के लिए ठप कर दी गई हैं।
 
कर्नल ने पीलूपुरा पहुंचने पर मंत्री अशोक चांदना से फोन पर बात की। कर्नल ने उनसे फोन पर दस मिनट में जवाब मांगा कि गुर्जरों के नौकरियों में आरक्षण को लेकर सरकार क्या कदम उठा रही है। इस पर वे चांदना के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और उन्हें धरना स्थल पर बुलाया। चांदना ने कहा कि वे जयपुर से बाहर हैं, अभी नहीं आ सकते। इस पर कर्नल ने कहा कि वे भले ही हैलिकाप्टर से आएं लेकिन यहां पहुंच जाएं। इस पर चांदना ने तीन घंटे में पीलूपुरा पहुंचने का आश्वासन दिया। अब शाम को अशोक चांदना के वहां पहुंचने पर ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
 
कर्नल की खेल मंत्री से बात चल रही थी, तभी कुछ युवक रेलवे ट्रैक पर आ गए और पटरियों को नुकसान पहुंचाने लगे। इस पर पुलिस व अन्य लोगों ने उन्हें समझाया। कलेक्टर नथमल डिडेल तथा आला अधिकारी बयाना में डेरा डाले हुए हैं। दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए आरपीएफ के 150 जवान तैनात किए गए हैं।
जिला प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है। इसके लिए बयाना में तीन आरएएस अधिकारियों को ड्यूटी मजिस्ट्रेट बनाया गया है। सरकारी अधिकारियों तथा पुलिस कर्मियों की छुट्टियां पहले ही रद्द की जा चुकी हैं। एहतियात के तौर पर बयाना में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल और पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
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