Bharatpur/ राजेन्द्र शर्मा जती। गृह रक्षा व नागरिक सुरक्षा एवं कृषि राज्यमंत्री भजनलाल जाटव ने कहा कि कोविड-19 के प्रथम एवं द्वितीय चरण में भरतपुर की चिकित्सा व्यवस्थाओं की राज्य स्तर पर सराहना की गयी है।
राज्यमंत्री जाटव ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भरतपुर मुख्यालय स्थित आरबीएम चिकित्सालय में भरतपुर सम्भाग के रोगियों सहित अन्य राज्यों हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, बिहार एवं मध्यप्रदेश से आने वाले कोविड संक्रमितों के बेहतर उपचार की व्यवस्था होने के कारण लगभग समस्त रोगी पूर्ण स्वस्थ होकर वापिस लौटे। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं चिकित्साकर्मियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस पुनीत कार्य में जनप्रतिनिधियों का भी पूर्ण सहयोग रहेगा।
उन्होंने कहा कि कोविड वैक्सीन टीकाकरण में ग्रामीण क्षेत्र के बुजुर्ग लोगों का टीकाकरण केन्द्रों पर आना सम्भव नहीं हो पा रहा है इसलिए टीकाकरण की व्यवस्थाएंे ग्राम पंचायत स्तर पर किये जाने के निर्देश दिये।
उन्होंने आमजन से अपील की है कि वे कोविड महामारी के संक्रमण से बचाव में अब तक उनका पूर्ण सहयोग रहा है तथा आगे भी राज्य सरकार की गाइडलाइन की पालना करके पूर्ण सहयोग करें जिससे कोविड की चैन को तोडा जा सके। उन्होंने कहा कि भरतपुर स्थित मेडिकल काॅलेज से सम्बद्ध आरबीएम चिकित्सालय को राज्य सरकार द्वारा ब्लैक फंगस के उपचार के लिए अधिकृत किया है।
उन्होंने समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे विकास कार्यों एवं मनरेगा योजना में शीघ्र कार्य शुरू करायें जिससे स्थानीय स्तर पर श्रमिकों को रोजगार मिलने के साथ ही उन्हें आर्थिक सम्बल प्रदान किया जा सके साथ ही पात्र व्यक्तियों को जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़कर लाभान्वित करें।
राज्य मंत्री जाटव नेे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये कि वे चिकित्सालय में ब्लैक फंगस रोग सम्बंधी वार्ड एवं आॅपरेशन थियेटर की व्यवस्था सुनिश्चित करें जिससे ऐसे रोगियों का तत्काल उपचार किया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ब्लैक फंगस के डाइग्नोसिस के लिए पीपीपी माॅडल की दरें निर्धारित की गयी हैं तथा रोगियों के लिए निःशुल्क एम्बूलेंस की व्यवस्था भी की गयी है।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये कि वे कोविड की सम्भावित तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका को मद्देनजर रखते हुए सम्बंधित उपकरण, आईसीयू एवं इंक्यूबेटर की पूर्व में ही व्यवस्था सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के संक्रमण काल को मद्देनजर रखते हुए रोगियों के बेहतर उपचार की व्यवस्थाएंे सुनिश्चित करने के लिए समस्त विधायकों द्वारा सीएचसी स्तर पर आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित करने के लिए विधायक कोटे से राशि देने की घोषणा की है जिससे आमजन को स्थानीय स्तर पर ही कोविड का बेहतर उपचार मिल सके तथा जिला स्तर के चिकित्सालयों एवं कोविड केयर सेंटर पर अतिरिक्त भार न पडे़।
जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि जिले में अब तक लगभग 250 आॅक्सीजन कन्संटेटर विभिन्न माध्यमों से प्राप्त हुए हैं जिनका विधानसभावार सीएचसी स्तर पर 30-30 की संख्या में आवंटन किया गया है।
उन्होंने बताया कि जिले में ग्राम पंचायत स्तर पर घर-घर सर्वे के माध्यम से आईएलआई रोगियों का चिन्हिकरण करने के साथ मेडिकल किट वितरण कर घर पर ही उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है जिससे लोग स्वस्थ होने के साथ ही चिकित्सा संस्थानों पर रोगियों का दबाव भी कम हुआ है।
जिला पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र विश्नोई ने बताया कि पुलिसकर्मियों द्वारा कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही राज्य सरकार के लाॅकडाउन की पालना करायी जा रही है। उन्होंने बताया कि थाना स्तर पर फ्लैग मार्च के माध्यम से आमजन को गाइडलाइन की पालना करने का संदेश देकर प्रेरित कर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का भी निर्वहन किया जा रहा है।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेन्द्र सिंह चारण, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) श्रीमती बीना महावर, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) केके गोयल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती वंदिता राणा, नगर निगम आयुक्त डाॅ. राजेश गोयल,
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कप्तान सिंह, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ. जिज्ञासा साहनी, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता चंदन सिंह मीणा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता हेमंत कुमार सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।