Bharatput News /राजेन्द्र शर्मा जती। भरतपुर में जिला परिषद एवं पंचायत समिति चुनावों से ठीक पूर्व कांग्रेसियों की पीडा बाहर आई है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती के अवसर एक जुट हुए अधिकतर कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के विवाद के चलते कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मान सम्मान का ध्यान नहीं रखा जा रहा है और प्रदेश कांग्रेस पार्टी अपने सिद्धान्तों पर खरी नहीं उतर रही।
भरतपुर में शुक्रवार को श्री भूरी सिंह व्यायामशाला हनुमान मन्दिर पर
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 77 वीं जयंती पर कांग्रेसियों के द्वारा राजीव गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर उनको नमन कर याद किया गया।
इस मौके पर कांग्रेस के निवर्तमान वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष चुन्नी कप्तान डिप्टी मेयर गिरीश चौधरी एआईसीसी के पूर्व सदस्य धर्मेंद्र शर्मा पूर्व निगम के प्रतिपक्ष नेता इंद्रजीत भारद्वाज पार्षद दाऊदयाल जोशी सहित अनेक कांग्रेस नेताओं ने कहा कि एक ओर जहां पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने युवा कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाने का कार्य किया।
कांग्रेसके कार्यकर्ताओं की मेहनत को हमेशा सम्मान दिया गया। लेकिन आज प्रदेश मेंकांग्रेस कार्यकर्ता अपने मान सम्मान के लिए संघर्ष करने को मजबूर है।
प्रदेश में करीब सवा साल होने के बाद संगठनात्मक नियुक्तियां नहीं की जा
रही है। प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियां नहीं हो रही है और अगर थोडी
बहुत हो भी रहीं है तो उनमें भी स्थानीय विधायकों के चहेतों को लाभ मिल
रहा है।
जिससे स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता अपने को उपेक्षित सा महसूस कर
रहा है। अपने छोटे छोटे कार्यों के लिए कार्यकर्ताओं को विधायकों के आगे
पीछे घूमने को मजबूर होना पड रहा है। पंचायत समिति चुनावों में भी
विधायकों के चहेतों को ही प्राथमिकता दी गई। कांग्रेस के लिए धरातल पर
लम्बे समय से कार्य कर रहै कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है।
पिछले करीब सवा साल से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं हो पा रही है।
गहलोत एवं पायलट की अनबन का कांग्रेसियों को नुकसान उठाना पड रहा है।
वर्तमान में हालात यह है कि कांग्रेस पार्टी के लिए धरातल पर कार्य करने
वाले कार्यकर्ताओ के कार्य नहीं हो पा रहे।
अगर स्थानीय कार्यकर्ताओं को ही मान सम्मान नहीं मिल पायेगा तो संगठन कैसे मजबूत रहेगा। प्रदेश कांग्रेस के हालातों पर चिन्ता जताई गई। नेताओं ने कहा कि कार्यकर्ताओं की मेहनत के दम पर ही विधायक चुन कर आते है। लेकिन वर्तमान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर रहै है।