Bharatpur News। जाट आरक्षण की मांग को लेकर भुसावर में पथैना के बाद विभिन्न स्थानों पर होने वाली महापंचायतें अब नुक्कड़ सभाओं में तब्दील की जाएगी। सरकारी दिशानिर्देशों की पालना तथा धारा 144 लागू होने के कारण जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने महापंचायत की जगह नुक्कड़ सभा करने की योजना बनाई है। अब जाट आरक्षण समिति ने गांव-गांव जाकर नुक्कड़ सभा करने का निर्णय किया है।
भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने सोमवार को जारी बयान में बताया कि पहली महापंचायत पथैना गांव में आयोजित की गई थी। दूसरी महापंचायत बेडम गांव में आयोजित होनी थी, लेकिन कोरोना के चलते प्रदेश में लगी धारा 144 के कारण जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने महापंचायतें स्थगित कर दी है। आरक्षण समिति अब गांव-गांव जाकर नुक्कड़ सभाएं आयोजित करेंगीं। फौजदार ने बताया कि कोरोना महामारी से लड़ाई में जाट समाज सरकार के साथ है लेकिन जाट आरक्षण संघर्ष समिति की तीन मांगे हैं। इसमें केंद्र में आरक्षण के लिए राज्य सरकार नोटिफिकेशन जारी कर केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखें, चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जाए एवं जाट आरक्षण के दौरान समाज के लोगों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाए।
फौजदार ने बताया कि आंदोलन करना हमारा शौक नहीं-हमारी मजबूरी है। दो जिलों के युवाओं के भविष्य के लिए समाज हर तरह का आंदोलन करने को तैयार है। हमने पथैना की पहली महापंचायत में सरकार को 15 दिन का समय दिया था लेकिन कोरोना काल को देखते हुए सरकार को 5 दिन का अतिरिक्त समय दे रहे हैं। 20 दिन तक हर गांव में छोटी-छोटी नुक्कड़ सभाएं आयोजित कर हम समाज का समर्थन जुटाएंगे।