Bharatpur News। एमबीसी आरक्षण समेत विभिन्न मांगों को लेकर भरतपुर के पीलूपुरा क्षेत्र में दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर मंगलवार को तीसरे दिन भी गुर्जर समुदाय के लोग ट्रैक पर जमे हुए हैं। पीलूपुरा में रेलवे ट्रैक जाम होने के कारण करीब 70 ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है। उत्तर पश्चिम रेलवे के अधिकारियों के अनुसार सोमवार तक इस मार्ग की 17 ट्रेनों को डायवर्ट किया जा चुका है। इसके साथ ही जयपुर के सिंधी कैंप से दौसा, सवाईमाधोपुर, भरतपुर, करौली की ओर जाने वाली रोडवेज बसों के करीब 250 फेरे प्रभावित हुए हैं।
गुर्जर आंदोलन के मद्देनजर मंगलवार के दिन हिंडौन सिटी-बयाना रेलखंड पर रेल यातायात अवरुद्ध होने के कारण गाड़ी संख्या 09040 मुजफ्फरपुर जंक्शन-बांद्रा टर्मिनस प्रारम्भिक स्टेशन से चलने की तारीख 03 नवम्बर को परिवर्तित मार्ग वाया भरतपुर-बांदीकुई-जयपुर-सवाई माधोपुर से संचालित किया जा रहा है। दूसरी तरफ आस-पास के 80 गांवों के लोग नोरोली जसपुरा में बैठक कर अपनी रणनीति बना रहे हैं। ये सभी उस गुट के लोग हैं जो कि शनिवार को जयपुर में गुर्जर समाज की विभिन्न मांगों को लेकर सरकार के प्रतिनिधियों से वार्ता कर चुके हैं।
गुर्जर आरक्षण को लेकर इससे पहले किरोड़ी सिंह बैंसला की ओर से अल्टीमेटम देने के दौरान 41 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने जयपुर जाकर सरकार से वार्ता की थी। इसमें गुर्जर नेता हिम्मत सिंह बैंसला भी शामिल थे। सरकार के साथ 14 बिंदुओं पर बनी सहमति को कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने मानने से इनकार कर दिया था। इसके बाद कर्नल के नेतृत्व में रविवार को पीलूपुरा में महापंचायत हुई, जहां एक बार फिर आंदोलन करने को लेकर सहमति बनी। उसके बाद से ही समाज के लोग दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक को जाम करके बैठे हुए हैं।
बैंसला से मिलेंगे दूसरे गुट के लोग
80 गांवों के लोगों की नोरोली जसपुरा में हुई बैठक में यह तय हुआ है कि दूसरे गुट के लोग किरोड़ी बैंसला से बात कर आंदोलन को समाप्त करने की बात रखेंगे। बताया जा रहा है कि आने वाले तीज-त्योहारों के चलते इस बात पर यह निर्णय किया गया है। निहालपुरा देवनारायण मंदिर पर क्षेत्र के गुर्जर समाज के पंच-पटेलों की बैठक में लोगों ने कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के नेतृत्व में आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने को लेकर सहमति जताई है।
देवनारायण मंदिर अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह फौजी ने बताया कि आरक्षण आंदोलन को लेकर गुर्जर समाज कर्नल किरोड़ीसिंह बैंसला के साथ है। समाज के लोगों ने मंदिर पर बैठक आयोजित कर आबादी क्षेत्र में आंदोलन या जाम नहीं लगाने का निर्णय किया है। जब तक कर्नल बैंसला सिकंदरा नहीं आएंगे, तब तक यहां आंदोलन नहीं किया जाएगा। फौजी ने कहा कि आंदोलन को लेकर इस बार घनी आबादी क्षेत्र ने सिकंदरा चौराहे पर आंदोलन नहीं करने का समाज ने निर्णय किया है। बाहर से जो समाज के लोग सिकंदरा में आकर आंदोलन करेंगे, उन्हें समाज द्वारा समझाकर सिकंदरा से बाहर जाकर आंदोलन करने के लिए कहा जाएगा। आरक्षण आंदोलन को लेकर पुलिस प्रशासन की नजरें गुर्जर समाज की बैठकों पर लगी है।