Bharatpur News : जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में 14 अक्तूबर को कामां मेवात (Kaman Mewat) इलाके के उभाका गांव निवासी ट्रक चालक (Truck Driver) शरीफ खान की आतंकियों (Terrorists) की ओर से हत्या (Murder)करने के बाद बुधवार को शव गांव पहुंचा। परिजनों शहीद का दर्जा देने और मुआवजे की मांग को लेकर शव लेने से इनकार कर दिया।
शव को पहाड़ी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है। सुबह ट्रक चालक के घर पंचायत भी हुई थी,जिसमें तय किया तय हुआ कि जब तक शरीफ को शहीद (martyr ) का दर्जा और मुआवजे का ऐलान नहीं होता तब तक शव नहीं लेंगे। परिजनों और ग्रामीणों ने सरकार को अल्टीमेटम (Ultimatum) दिया है कि अगर 2 बजे तक मांगे नहीं मानी तो वे अमरूका चौराहे पर जाम लगाएंगे।
सूचना मिलते ही पहाड़ी एसडीएम जगदीश आर्य (Pahari SDM Jagdish Arya),कामांं डीएसपी देवेंद्र सिंह राजावत (Kaman DSP Devendra Singh Rajawat) मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता की। दो दौर की वार्ता विफल रही जिसके बाद तीसरे दौर की वार्ता रखी गई,जिसमें कामांं विधायक जाहिदा खान ने गतिरोध को समाप्त कराया गया।
विधायक की ओर से शरीफ की तीनों बेटियों और पत्नी को एक-एक लाख रुपए की सहायता राशि दी गई। वहीं प्रशासन की तरफ से एसडीएम ने दो लाख राज्य सरकार और पांच लाख केंद्र सरकार तथा पचास हजार रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से दिए जाने की घोषणा की।