भरतपुर / राजेन्द्र शर्मा जती । नौ माह का मासूम और उसकी…कितनी ही उम्मीद और सपने लिए वो मासूम इस दुनिया में आया, लेकिन उसे क्या मालूम था कि दहेज लोभियों की क्रूरता उसका ममत्व और सपने दोनों ही छीन लेंगे। जिसने मां-बेटे का जला शव देखा तो हर आंख नम हो गई। क्रूरता की हद इतनी कि दोनों के आग से जलने के बाद उनका इलाज कराने में भी देरी की गई है। यह घटना है, भरतपुर जिले के चिकसाना थाने के गांव सैंथरा की। जहां नौ माह के मासूम और उसकी मां की जलने से संदिग्ध मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने ससुराल पक्ष पर बेटी और नवासे को दहेज के लिए जलाकर मार देने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। वहीं पुलिस ने शनिवार सुबह आरबीएम जिला अस्पताल में दोनों मृतकों का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया।
लखनपुर थाना क्षेत्र के गांव बछामदी निवासी भगवान सिंह पुत्र मेदाराम ने चिकसाना थाने में मामला दर्ज कर बेटी और नवासे को दहेज के लिए जलाकर मार देने का मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट में लिखा है कि भगवान सिंह की बेटी श्रीमती की शादी नौ फरवरी 2020 को सैंथरा निवासी दिगंबर पुत्र ओमप्रकाश के साथ हुई। भगवान सिंह ने बताया कि उसने अपनी हैसियत के अनुरूप बेटी की शादी में पैसा खर्च किया, लेकिन दिगंबर और उसके परिजन बेटी को लगातार दहेज के लिए प्रताडि़त करने लगे। बेटी ने इस संबंध में कई बार पीहर पहुंचकर शिकायत भी की।
कई बार बेटी के ससुराली जनों को समझाने का भी प्रयास किया लेकिन वो अपनी मांग पर अड़े रहे। ग्रामीण सीओ बृजेश उपाध्याय ने बताया कि शुक्रवार शाम को सैंथरा गांव में एक नौ माह के बच्चे और उसकी मां को जलाकर मार देने की सूचना मिली। महिला और नौ माह का बच्चा गंभीर रूप से जल गए, जिन्हें आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर दोनों की मौत हो गई। पुलिस ने शनिवार को दोनों मृतकों का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। साथ ही मृतका के पिता ने पति दिगंबर, ससुर ओमप्रकाश समेत अन्य परिजनों और रिश्तेदारों के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है। मृतका का शव पीहर पक्ष को सौंपा गया है।
आखिर लगातार क्यों बढ़ रहे दहेज प्रताडऩा के मामले
बड़ा सवाल यह है कि आखिर पिछले कुछ समय से लगातार दहेज हत्या व प्रताडऩा के मामले क्यों बढ़ रहे हैं। हाल में ही बयाना में दहेज के लिए शादी के बाद दो दुल्हनों की विदाई कराए बिना उन्हें पीहर में ही छोड़ देने का मामला सामने आया था। इसके अलावा दहेज प्रताडऩा के पिछले सात दिन के अंदर पांच मामले सामने आ चुके हैं