
Bharatpur News /राजेन्द्र शर्मा जती।भरतपुर में आगामी जिला प्रमुख एवं पंचायती राज चुनावों को लेकर सभी राजनीतिकपा र्टियां अपनी तैयारियों में जुटी है। 11 अगस्त से चुनाव के लिए नामांकन
शुरू हो जायेगे। इन चुनावों में मजबूत और दमदार प्रत्याशी उतारने को लेकर पार्टियों में मंथन का दौर शुरू हो गया है।
चुनावों की तैयारियों पर रणनीति बनाने को लेकर मंगलवार को भरतपुर जिला समन्वय समिति एवं जिला इकाई की बैठक जिला मुख्यालय पर आयोजित हुई। आगामी चुनावों को लेकर भाजपा के द्वारा पंचायती राज चुनावों के जिला प्रभारी एवं भाजपा के पूर्व मंत्री अरूण चतुर्वेदी के मुख्य आतिथ्य में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस
मौके पर भाजपा के जिला अध्यक्ष डा. शैलेष सिंह, भाजपा के पूर्व मंत्री जवाहर सिंह बेढम, भाजपा के भरतपुर संभाग प्रभारी मुकेश दाधीच, भाजपा के
पूर्व सांसद बहादुर सिंह कोली, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष गिरधारी तिवारी, पूर्व जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह राजावत, पूर्व जिला अध्यक्ष
जितेन्द्र फौजदार, भाजपा के प्रदेश मंत्री महेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे।
पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा के पंचायती राज चुनावों के प्रभारी पूर्व मंत्री अरूण चतुर्वेदी ने कहा कि आगामी जिला प्रमुख एवं पंचायती राज
चुनावों में बडी सफलता हासिल करेगी और सभी 6 जिलों में अपना बोर्ड बनाने में सफल होगी। उन्होंने कहा इसका प्रमुख कारण यह है कि प्रदेश कांग्रेस
सरकार का वर्तमान कार्यकाल पूर्णतया फेलियर साबित हुआ है।
कांग्रेस के इस ढाई साल के कार्यकाल के दौरान ऐसी कोई विकास की योजना कांग्रेस आम जनता
को नहीं दे पाई। उन्होंने कहा कि आगामी जिला प्रमुख एवं पंचायती राज चुनावों के लिए भाजपा अपनी तैयारियों में जुट चुकी है। कार्यकर्ताओं में
चुनावों को लेकर उत्साह का माहौल है।
सभी कार्यकर्ता एकजुट हैं और जिला प्रमुख एवं पंचायती राज चुनावों में सफलता की कहानी को दोहराने को कृत संकल्पित है।
आगामी जिला प्रमुख एवं पंचायती राज चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष डॉ शैलेष सिंह ने पूर्व मंत्री जवाहर सिंह बेढम को जिला संयोजक एवं किसान मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्म सिंह चौधरी को जिला सह संयोजक बनाया गया है। इसके अलावा पंचायत समितियो एवं जिला परिषद वार्ड के संयोजक एवं सह संयोजक नियुक्त किये हैं।
उन्होने कहा कि राजस्थान प्रदेश पूरे देश में इकलौता ऐसा प्रदेश हैं जहां मुख्यमंत्री पिछले 16 से 17 महीने से अपने घर से ही सरकार चला रहै है। आम जनता के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नहीं जा रहे।
उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार के कार्यकाल के दौरान अपराध का ग्राफ काफी बढा है। कानून व्यवस्था बदहाल है।
महिलाओं और दलितों पर अत्याचार की घटनाओं में दिनों दिन बढोतरी देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां कांग्रेस सरकार के द्वारा दावा किया जा रहा है कि उनके द्वारा चुनावी घोषणा पत्र में किए वायदों में से करीब 65 प्रतिशत वायदे पूरे कर दिए।
लेकिन धरातल पर लोगों को कहीं भी इनका
फायदा दिखाई नहीं देता। सभी बेरोजगार युवाओं को सरकार बेरोजगारी भत्ता देनहीं पाई। किसानों के कर्जे माफ नही कर पाई। पूर्व भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी स्वास्थ्य बीमा योजना भामाशाह योजना को हटाकर कांग्रेस सरकार ढाई साल बाद चिरंजीवी योजना लेकर आई लेकिन कोरोना काल में इस योजना का लोगों को फायदा ही नंही मिल सका।
सरकार के द्वारा ट्रांसपोर्ट के कर्मचारियों से वायदा किया गया था कि उनको सांतवे वेतन आयोग का फायदे देंगे लेकिन कर्मचारी आन्दोलन की राह पर है उनको सातवें वेतन आयोग का फायदा नहीं मिल पाया।