Bharatpur / राजेन्द्र शर्मा जती। भाजपा (BJP)में अग्रिम संगठनों व नगर निगम में प्रतिपक्ष भाजपा नेता की नियुक्ति के मामले को लेकर कार्यकर्ताओं में अंसतोष खुलकर सामने आने लगा है और पार्षद एवं कार्यकर्ता प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया(Satish Poonia) व अन्य वरिष्ट नेताओं तक इन नियुक्तियों पर अंसतोष जताते हुऐ कई नियुक्तियों को दोबार भाजपा के कर्मठ, नीति विचारक व पार्टी घारा के लोगों को बनाऐ जाने की मांग की है।
बताया गया है कि अभी कुछ दिनों पूर्व भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया की सहमति से भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष पद पर मोहन रारह सरपंच एवं महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष पद पर हंसिका सिंह गुर्जर एंव नगर निगम प्रतिपक्ष नेता पद पर कपिल फौजदार की नियुक्ति की गयी थी। जिसमें से
किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष मोहन रारह की नियुक्ति पर सभी लोग संतुष्ट है।
वहीं सबसे ज्यादा नाराजगी प्रतिपक्ष नेता कपिल फौजदार के चयन को लेकर है। इस नियुक्ति में भाजपा के कई बार से चुनकर आये पार्षदों की वरियताओ ंको एवं उनके अनुभवों व भाजपा की नीति विचारों से जुडे रहने वाले पार्षदों की अनदेखी की गयी है।
वहीं महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष पद पर पिछले महीने भाजपा में शामिल हुई। हंसिका सिंह को बनाऐ जाने से एवं पुराने भाजपा से जुडे महिला नेताओं की उपेक्षा होने से भी नाराजगी खुलकर सामने आने लगी है। इन नियुक्तियों को लेकर अनुशासित एवं पार्टी विचारधारा की नीतियों पर चलने वाली पार्टी में अब विरोध होने लगा है।
अभी भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष पद की
नियुक्ति होना शेष है। इस मामले की शिकायत पूर्व केबिनेट मंत्री एवं भाजपा के कददावर नेता
राजेन्द्र सिंह राठौड, भाजपा के प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, संभाग प्रभारी मुकेश दाधीच की भरतपुर यात्रा के दौरान भी खुलकर की गई। इस बारे में भाजपा महामंत्री भजनलाल शर्मा एवं संभाग प्रभारी मुकेश दाधीच ने बताया कि नगर निगम प्रतिपक्ष नेता कपिल फौजदार महिला मोर्चा की नियुक्ति की शिकायत का मामला प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के संज्ञान में लाया जा चुका है।
बताया गया है कि नगर निगम में भाजपा के दस पार्षद एवं अन्य प्रतिनिधि मंण्डल जयपुर गया जहां प्रदेशाध्यक्ष से मिलकर निगम नेता प्रतिपक्ष कपिल
फौजदार की नियुक्ति पर आपत्ति जताई और खुलकर इसका विरोध किया।
उन्होने बताया कि मेयर चुनाव में कपिल फौजदार ने भाजपा उम्मीदवार को वोट नहीं देकर कांग्रेस मेयर उम्मीदवार अभिजीत कुमार को वोट दिया था। और कांग्रेस मंत्री ने माला पहनाकर कपिल का स्वागत किया था।
जिसकी शिकायत तत्कालीन भाजपा जिलाध्यक्ष डाॅ जीतेन्द्र सिंह फौजदार ने कपिल फौजदार के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्यवाही के लिए प्रदेश नेतृत्व को पत्र भी लिखा था।
संभाग प्रभारी मुकेश दाधीच एवं प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा ने निगम के भाजपा पार्षदों की प्रदेशाध्यक्ष से मिलने की पुष्टि करते हुऐ कहा कि
नियुक्तियों के मामले प्रदेशाध्यक्ष की जानकारी मे ला दिये गये है।
इन भाजपा पार्षदों द्वारा प्रदेशाध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों को बताया है कि नेता प्रतिपक्ष कपिल फौजदार पहली बार पार्षद चुनकर आया है, मेयर के चुनाव वाले दिन वह कांग्रेस के मंत्री विधायकों से माला पहनकर वोट डालने
गए थे जो कि काफी सुर्खियों में रहा था।
भाजपा के खिलाफ वोट डालने में उनका नाम भी सुर्खियों में रहा। अब तक की निगम में हुई बैठकों में कपिल फौजदार द्वारा न तो किसी मुद्दे को उठाया गया ना ही कांग्रेस से मेयर के खिलाफ जब भाजपा के पार्षद बोलते तो उनका सहयोग भी नही किया गया।
अपितु मेयर और कमिश्नर के विवाद में भी कपिल कपिल मेयर के साथ देने वाले गुट में थे इस सब के बावजूद भी उनका वरिष्ठ, संघनिष्ट, पार्टी के प्रति
वफादार रहने वाले पार्षदों को दरकिनार कर उनको नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने पर भाजपा के पार्षद, कार्यकर्ता वह आम जन हतप्रभ है।
बताया गया है कि नेता प्रतिपक्ष के लिए सबसे अधिक सुर्खियों में भाजपा के पार्षद श्याम सुन्दर गौड़ का था। जो कि दूसरी बार पार्षद निगम में जीत कर आए हैं वह पूर्व में भी पार्टी के अनेक पदों पर व यूआईटी में ट्रस्टी रह चुके हैं, वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए हैं। निगम की प्रत्येक बैठक में विपक्ष की सक्षम भूमिका निभाते हैं। निगम के सभी पार्षद व आमजन उनकी इस पद पर नियुक्ति को निश्चित मान रहे थें।
लेकिन शायद उन्हें भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष गिरधारी तिवारी के निकट होने का खामियाजा न भुगतना पड़ा हैं। दूसरे नाम के रूप में भाजपा के पार्षद रूपेंद्र सिंह को माना जा रहा था वह भी निगम की प्रत्येक बैठक में मुद्दों को मुखरता से उठाते थे।
लेकिन उन्हें भी शायद पूर्व विधायक विजय बंसल के निकट होने का खामियाजाना भुगतना पड़ा है, और पार्षदों में नरेंद्र सिंह जो कि पिछले लगातार पांच बार से भाजपा के टिकट पर जीतते आए हैं।
राजेंद्र सिंह राजू 5-6 बार से पार्षद हैं और पूर्व में उपसभापति के पद पर भी रहे हैं और पार्षद सुरजीत सिंह तीसरी बार, भरत सिंह धाऊ दूसरी बार, महिलाओं में सुमन प्रेमपाल तीसरी बार, किरण राणा तीसरी बार, वीरमति तीसरी बार, शिवानी दायमा दूसरी बार, सीमा गुर्जर दूसरी बार ऐसे अनेक पार्षद कपिल फौजदार से वरिष्ठ है।