भरतपुर /राजेंद्र शर्मा जती। राजस्थान के भरतपुर में कैथवाड़ा थाना क्षेत्र के डाबक गांव में तेंदुए के हमले से दो युवकों के घायल हो जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। दोनों युवकों के शरीर पर काफी चोटें आईं हैं।
वन बिभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस घटना के बाद मौके पर पहुची केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान ब अलवर की सरिस्का टीम ने करीब 9 घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को खेतों में घेर कर उसे ट्रेंक्यूलाइज कर अलवर के सरिस्का भेज दिया। रेस्क्यू टीम के अधिकारियों ने बताया की तेंदुआ अलवर के सरिस्का से ही आया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कैथवाड़ा थाना इलाके के डाबक गांव के दो युवक ऋषिकेश और राहुल अलसुबह खेतों में गए थे। रास्ते में उनके सामने तेंदुआ आ गया। दोनों युवक उसकी आवाज सुनकर घबरा गए।
अंधेरे की वजह से तेंदुए की सिर्फ आंखें चमक रही थीं। इतने में तेंदुए ने दोनों युवकों पर हमला कर दिया। तेंदुए के हमले में दोनों युवकों की छाती, मुंह, हाथ पर घाव हुए हैं। दोनों युवक मौके से जैसे तैसे भागे और अपनी जान बचाई। युवकों के चिल्लाने की आवाज सुन ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर खेतों की तरफ गए।
इतने में तेंदुआ खेतों की तरफ से भाग गया। ग्रामीणों ने घटना की सूचना कैथवाड़ा पुलिस को दी सूचना मिलते ही घना पक्षी विहार की टीम और पुलिस मौके पर पहुंच गई घना पक्षी विहार की टीम ने अलवर की सरिस्का टीम को तेंदुए की सुचना दी और तेंदुए को एक खेत में घेर लिया। ट्रेंक्यूलाइज करने के बाद भी तेंदुआ करीब दो किलोमीटर तक भागा और आखिरी में एक सरसों के खेत में जाकर बेहोश हो गया।