Bharatpur/राजेन्द्र शर्मा जती।समूचे प्रदेश में एकबारगी फिर से कोरोना के मामलों में तेजी से
बढोतरी हो रही है। वहीं भरतपुर में भी कोरोना अपने पैर पसारते दिख रहा है। सोमवार और मंगलवार को लगतार दो दिन दो हजार से अधिक कोरोना पाॅजेटिव मरीज मिलने के मामलों ने तो जता दिया कि अब बिना सख्ती के काम चलने वाला नहीं है। इसी को लेकर पिछले काफी समय से बन्द कर रखी कोरोना गाइडलाइन के उल्लघंन को लेकर होने वाली चालान की कार्यवाही को एकबार फिर से शुरू किया गया है।
बिना मास्क पहनने पाए जाने पर एवं सोशल डिस्टेसिंग की पालना नहीं कर रहे लोगों पर जिला प्रशासन के द्वारा कार्यवाही एक बार फिर से शुरू की जाने लगी है। भरतपुर में पिछले काफी समय की शान्ति के बाद एक बार फिर सं अप्रैल आफत बन कर बरस रही है। पिछली साल भी अप्रैल महीने ने लोगों ने परेशान किया था। और एक बार फिर से अप्रैल ने लोगों की मुसीबत को बढाना शुरू कर दिया है। पिछली बार भी अप्रैल से मरीजों का बढना शुरू हुआ था और इस बार भी अप्रैल महीने से ही आफत दुबारा शुरू हो रही है।
पिछली बार अप्रैल महीने से कोरोना ने देश को लाॅकडाउन में धकेला था और अब एक बार फिर से लाॅकडाउन जैसे हालातों के आसार बन रहै है। लोगों में एक बार फिर से चिन्ता घर करने लगी है कि एक बार फिर से लाॅकडाउन लगने वाला है। पिछली जनवरी के बाद ही भरतपुर में कोरोना के मामलों में लगतार कमी आ रही थी और हालात तो ये हो गए थे कि मार्च माह के कई दिनों तक तो भरतपुर में एक भी कोरोना पाॅजेटिव मरीज ही नहीं मिल रहा था। जिस पर प्रशासन भी राहत की संास ले रहा था।
साथ ही कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइनों की पालना कराने में भी सख्ती नहीं दिखा रहा था। जिसका नतीजा यह हुआ कि कोरोना के मामलों में कमी आने पर लोग लापरवाह हो गए। जबकि यही वह समय था जब देश के कुछ राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक देना शुरू कर दिया था। जिसे लेकर कुछ राज्यों में आंशिक लाॅकडाउन भी लगाया गया है। हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में लाॅकडाउन की आशंकाओं को सिरे से नकारा है। लेकिन कोरोना गाइडलाइनों की पालना कराने के लिए जिला कलक्टर को सख्ती बरतने के निर्देश दिए गए है। वहीं कुछ जिलों में नाइट कर्फयू लगाया गया है।
वहीं सभी जिलों के जिला कलक्टर को आदेश दिए गए है कि वह अपने जिलों की स्थिति को देखते हुए स्वविवेक से फैसला लें। वहीं सरकार के द्वारा कोरोना के बढते मामलों को लेकर सरकार के द्वारा 6वीं कक्षा से 9 वीं कक्षा के बच्चैं के स्कूल, जिम, सिनेमाहाॅल बन्द करा दिए है। भरतपुर में कोरोना के एकाएक बढ रहे मामलों को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा कोरोना गाइडलाइनों की पालना कराने
के लिए थोडी सख्ती दिखाते हुए गाइडलाइनों की पालना का उल्लघंन कर रहे लोगों पर कार्यवाही शुरू कर दी है।
बिना मास्क पहन रहे बाजार में घूम रहे लोगों पर कार्यवाही की जा रही है। उनके चालान काटे जा रहै है। लोगों को समय समय पर हाथ धोते रहने के बारे में जागरूक किया जा रहा है। लोगों को सोशल डिस्टंेसिंग की पालना के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
यहां तक कि नियमों का उल्लघंन कर रहे कुछ दुकानदारों पर कार्यवाही भी की गई है। जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने कहा कि कोरोना पाॅजेटिव मरीजों के सम्पर्क में आने वाले लोगों की रेण्डम सैम्पलिंग कराई जा रही है। राजस्थान महामारी अधिनियम के तहत लोगों पर कार्यवाही की जा रही है। जिला स्तर पर कोविड मरीजांे की देखभाल के लिए एकबारगी फिर से सभी व्यवस्थाओं को तेज कर दिया गया है।