भरतपुर (राजेन्द्र शर्मा जती )। भरतपुर की सुजान गंगा नहर में फिर मछलियां मरने लगी हैं। मंशा देवी मंदिर के पास बनाए जा रहे चौपाटी और बोटिंग स्थल के पास मरी हुई काफी मछलियां तैर कर ऊपर आ गईं। ऐतिहासिक सुजान गंगा नहर में मछलियों के मरने की सूचना पर हडकंप मच गया। जिस पर जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता, मेयर मेयर अभिजीत कुमार, नगर निगम आयुक्त कमलराम मीणा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जलदाय विभाग एवं मत्स्य विभाग के अधिकारियों से भी संपर्क साधा और सेम्पल लिए है।
बताया गया है कि मछलियों के मरने का कारण तापमान में कमी होना और नीचे ऑक्सीजन लेवल कम होना माना जा रहा है क्योंकि पिछले साल भी मछलियों के मरने के मामले में लोगो में दहशत फैल गई थी। पिछली साल 30 टन से अधिक मछलियों को मृत हालत में निकाला था। हालाकि इस बार मृत मछलियों की संख्या अभी कम बताई जा रही है। नगर निगम की ओर से मछलियों को वोटिंग के माध्यम से व सफाई अभियान के दौरान नहर से मरी मछलियों को निकालने का काम जारी है।
जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि मछलियों के मरने की सूचना पर आयुक्त कमल राम मीणा व अन्य विभागों के संबंधित अधिकारियों को मौके पर भेजा और उन मछलियों को बाहर निकलवाया। इसके साथ ही जलदाय विभाग की टीम को बुलाकर पानी के सैंपल भी लिए गए। इन सैंपलों की जांच रिपोर्ट हालांकि आ चुकी है जिसमें बताया गया है कि सर्दी के वजह से तापमान में कमी आने और पानी के नीचे ऑक्सीजन लेवल कम होने के कारण मछलिया मरी है ।
उन्होनंे बताया कि नहर में ऑक्सीजन लेवल बढाने के लिए एवं मछलियों की सुरक्षा के संबंध में विशेष प्रयास किए जा रहें है।
आज राष्ट्रीय लोकदल के जिला अध्यक्ष संतोष फौजदार, शहर अध्यक्ष विनोद गुप्ता , क्षेत्रीय पार्षद शेलेष पाराशर व नेता प्रतिपक्ष कपिल फौजदार ने भी नहर का अवलोकन कर मर रही मछलियों के हालात की जानकारी ली।
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