
Bharatpur News। राजस्थान में भरतपुर के कस्वा रुदावल में आस्था के प्रतीक हनुमान मंदिर के आसपास पूजा सामग्री की दुकानो से कुछ लोगो द्वारा जबरन चौथ बसूली का मामला। चौथ बसूली करने के आरोपियों के सामने जब गरीब दुकानदारों की नही खाई पेश तो गुंडागर्दी का मुकाबला करने के लिए मंदिर के पुजारियों ब सेवादारों ने 14 अगस्त को हाथों में डंडे थाम खदेड़ा चौथ बसूली करने बालो को घटना के बाद कस्बे तथा मंदिर के आसपास पैदा हुए तनाव को थाना पुलिस ने सुलझाया है अपनी समझबूझ से। दोनों पक्षों की तरफ से दर्ज कराए गए मुकदमों के पुलिस ने दिया है ठोस कार्यवाही का आश्वासन।
थानाधिकारी मनीष शर्मा के अनुसार अब मंदिर परिसर ब कस्बे में है पूरी तरह से शांति लेकिन एतियात के तौर पर किया गया है जाप्ता तैनात। बताया गया है कि करीब 50 साल पहले रुदावल के रहने वाले मंगलदास और भूप सिंह ने गांव में स्थित अपनी-अपनी जमीन अदला-बदली कर ली थी।
मंगलदास जाटव समाज के थे और भूप सिंह वैश्य समाज के थे। भूप सिंह ने मंगलदास से ली हुई अपनी जमीन रुदावल हनुमान मंदिर के ट्रस्ट को दान कर दी। यहां धर्मशाला बना दी गई।
वहां आस-पास लोग पूजा सामग्री की दुकानें भी लगाने लगे। भूप सिंह की जमीन पर मंगलदास के लड़के खेतीबाड़ी करते हैं। कुछ दिन पहले मंगलदास के लड़के मंदिर पर पहुंचे।
दान की हुई जमीन पर जो दुकानें लगी थीं, उन्हें हटाने लगे। इसकी शिकायत दुकानदारों ने मंदिर के महंत उमाशंकर से की। मंदिर के महंत ने इसकी शिकायत रुदावल थाने में दर्ज करवा दी।
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस मंगलदास के लड़के संतोष के पास पहुंची और उन्हें थाने आने को कहा। इस बात से गुस्सा होकर संतोष मंदिर पहुंचा और मंदिर के पुजारियों से लड़ने लगा।