Bharatpur news / राजेन्द्र शर्मा जती। भरतपुर में चिकित्सा विभाग और पुलिस प्रशाशन की लापरवाही उस समय सामने आई। जब एक कोरोना पॉजिटिव कैदी अस्पताल के पॉजिटिव वार्ड से भाग खड़ा हुआ। जबकि अस्पताल में 21 पोलिसककर्मी तैनात है लेकिन किसी भी पुलिसकर्मी को कैदी के भागने की भनक तक नही लगी। लेकिन जैसे ही कैदी के भागने की खबर वार्ड के गेट पर खड़े पुलिसकर्मी को पता लगी वैसे ही उसने अपने अपधिकारियो को घटना से सूचित किया। जिसके बाद शहर में नाकेबंदी भी करवाई गई लेकिन कैदी का भी तक कोई पता नही लगा।
मिली जानकारी के मुताबिक देवराज नाम का कैदी 05 तारीख को अस्पताल के कोरोना पॉजिटिव वार्ड में भर्ती हुआ था।
सेंट्रल जेल में भेजने से पहले कैदी की कोरोना जांच करवाई थी जिसमे वह पॉजिटिव पाया गया जिसके बाद उसे जिला आरबीएम अस्पताल के कोरोना पॉजिटिव वार्ड में भर्ती कर दिया गया। लेकिन दोपहर करीब 12 बजे वह वार्ड की खिड़की से निकलकर भाग खड़ा हुआ। कैदी के भागने की सूचना पर पूरे शहर में नाकेबंदी करवाई गई लेकिन फिलहाल उसका कोई भी सुराग पता नही लग पाया है।
देवराज ने 01 माह पहले नदवई तहसील में एक पेट्रोल पंप पर लूट की थी जिसके बाद उसको कुछ दिनों पहले नदवई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। और सेवर जेल में शिफ्ट करने से पहले उसकी कोरोना जांच करवाई गई थी। लेकिन पॉजिटिव आने के कारण उसे भर्ती किया गया था।
वहीं पुलिस का कहना है कि कैदी देवराज को 05 तारिख को जिला आरबीएम अस्पताल के कोरोना पॉजिटिव वार्ड में भर्ती किया गया था। लेकिन आज वह टूटी हुई खिड़की से निकलकर भाग गया जिसके बाद नाकेबंदी भी करवाई गई है लेकिन फिलहाल कैदी का कोई पता नही है।
वही आपको बता दे कि वार्ड की ज्यादात्तर खिड़कियां टूटी हुई है। इसके अलावा जिला आरबीएम अस्पताल में कैदी और आमआदमी को भी साथ ही रखा जा रहा है।