Bharatpur/राजेन्द्र शर्मा जती। एंकर भरतपुर में कोरोना महामारी के दौरान कई जीवन रक्षक इंजेक्शनों और
दवाईयों की देश भर में कालाबाजारी की खबरें बहुतायत में सुनने को मिली है।
खास तौर पर रेमडेसिवर इंजेक्शनों, ऑक्सीजन के सिलैण्डर की कालाबाजारी को लेकर देश भर में काफी खबरे सुनने को मिली है। ऐसी किसी भी प्रकार की
घटना को रोकने के लिए और जिले में दवाईयों की स्थिति को देखने के लिए जिला औषधि नियत्रंक विभाग एक्टिव मोड में दिखाई देने लगा है।
जिला औषधि नियत्रंण विभाग के द्वारा जिले भर की मेडिकल की दुकानों में अब कार्यवाही की जा रही है। शुक्रवार को औषधि नियत्रंण विभाग के द्वारा सहायक औषधि नियंत्रक सी.पी. जाटव एवं औषधि नियंत्रण अधिकारी कौमुदी सिंह ने आधा दर्जन दुकानों पर जाकर कोविड 19 के इलाज में प्रमुखता से उपयोग में होने
वाली दवाईयों कि उपलब्धता सुनिश्चित करवाने एवं इनकी कालाबाजारी रोकने के लिए दिव्य ड्रग एजेन्सी, शान्ति मेडिकल स्टोर, शोभा मेडिकल स्टोर, डाक्टर मेडिकल स्टोर, कन्हैया लाल छैलबिहारी एण्ड संस एवं दीपक मेडिकल स्टोर पर कार्यवाही की गई।
जिनमें कुछ पर विक्रय बिल एवं एच-1 रजिस्टर नहीं पाए
गए। दिव्य ड्रग एजेन्सी एवं कन्हैयालाल छैलबिहारी एण्ड सन्स पर काम्पीटेन्ट परसन एवं फार्मासिस्ट अनुपस्थित पाए गए। इस मौके पर पल्स ऑक्सीमीटर की भी जांच की गई। उनके मूल्य की भी जांच की गई और सैनिटाइजर
के स्टाॅक की भी जानकारी ली गई।