Bharatpur News / राजेन्द्र शर्मा जती । राजस्थान के भरतपुर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने आज मेडिकल की दुकान का लाइसेंस जारी करने की एवज में रिश्वत लेते संविदाकर्मी तथा उसके भाई को 10 हजार की रिश्वत राशि के साथ रंगे हाथों कर लिया गिरफ्तार। ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश मीणा के अनुसार कामा निबासी शैलेश कुमार ने अपनी नई मेडिकल शॉप के लाइसेंस के लिए किया था सहायक औषधि नियंत्रक कार्यालय में आवेदन।
बताया गया कि लायसेंस जारी करने की एवज में कार्यलय में पदस्थापित संविदाकर्मी कंफ्यूटर आपरेटर नदिया मौहल्ला निबासी नवीन गोयल ने सहायक औषधि नियंत्रक चंद्रप्रकाश के मौका मुआयना करने की बात कह मांगे थे 15 हजार रुपये। बताया गया कि ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में रीडर हरभान सिंह, कांस्टेबल जितेंद्र, सुशील, भोजराज, दिलीप, रितेश, विनोद, परसराम ब विजय सिंह की टीम ने सहायक औषधि नियंत्रक कार्यालय में दी दविश तो आरोपी संविदाकर्मी कंफ्यूटर आपरेटर नवीन गोयल ने 10 हजार की राशि लेकर दे दी पास में ही बैठे अपने भाई पवन गोयल को जो उसके पास से हो गई बरामद। ब्युरो ने दोनों भाईयों को किया है गिरफ्तार।