प्रतिनिधि मण्डल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार खींची से मिलकर प्रतिनिधि मण्डल ने चोरी की वारदात के बारे में अवगत कराया
भरतपुर (राजेन्द्र जती )। उपखण्ड डीग के कस्बा जनूथर में गत रविवार रात्रि को गौतम कॉलोनी में दो मकान मालिकों के घर हुई चोरी की वारदात के खुलासे को लेकर बुधवार को किसान नेता नैंम सिंह फौजदार के नेतृत्व में कस्बावासियों का प्रतिनिधि मण्डल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार खींची से मिलकर प्रतिनिधि मण्डल ने चोरी की वारदात के बारे में अवगत कराया जिसमें चोरी का शीघ्र खुलासा कर पीडितों को न्याय दिलाने की माँग की।इस वारदात को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खींची ने समुचित कार्यवाही के लिए डीग थाना पुलिस को हिदायत देते हुए वारदात का शीघ्र खुलासा करने के प्रति प्रतिनिधि मण्डल को आश्वास्त किया।
इस दौरान किसान नेता नैंम सिंह फौजदार के तल्ख तेवर नजर आये जिसमें निश्चित समयावधि में वारदात का खुलासा न होने पर कार्यालय के समक्ष सर्वसमाज के लोगों के साथ धरना देने की बात कही।प्रतिनिधि मण्डल के साथ चन्द्रभान गुप्ता,मंगू वैश्य मौनू खण्डेलवाल लौकेश,बबली खण्डेलवाल,महाराज सिंह जाट,सत्यप्रकाश शास्त्री,रमन पाराशर सहित सर्वसमाज के दर्जनों की संख्या में लोग मौजूद थे।चोरी की वारदात को लेकर बुधवार को पुलिस के आला अधिकारी भी गंभीर नजर आये जहाँ सीओ डीग थाना अनिल कुमार ने पीडितों के घर पहुँच घटना स्थल का जायजा लेते हुए पूछताछ की एवं मौके से साक्ष्य जुटा पीडित परिजनों को शीघ्रातिशीघ्र न्याय दिलाने की बात दोहराई।उन्होंने कहा वारदात के खुलासे को लेकर विशेष टीम गठित की है जिसने कार्यवाही आरंभ कर दी है जो मामले का शीघ्र खुलासे करेगी।
वहीं सूत्रों के अनुसार संदिग्धों से गहनता के साथ पूछताछ की जा रही है एवं क्षेत्र में आपराधिक प्रवृत्ति में संलग्न लोगों के रिकोर्ड को खंगाला जा रहा है।सीओ के साथ चौकी इंचार्ज बद्रीप्रसाद सहित स्थानीय पुलिसकर्मी मौजूद थे।तकनीकी टीम ने घटना स्थल को ट्रैस कर कार्यवाही के प्रति मुस्तैद नजर आये।
जैसा कि विदित है रविवार रात्रि को अज्ञात चोरों ने कस्बा की गौतम कॉलोनी में जगदीश वैश्य एवं परसराम जाट के घरों को निशाना बनाया जिसमें जगदीश वैश्य के परिजनों को कुंदी लगा बंधक बनाते हुए लाखों की नकदी के साथ जेवरात पार किये जिसे लेकर कस्वा के लोग सहमे हैं।वारदात की पुनरावृत्ति न हो जिसे लेकर कस्बावासी उनींदी आखों के साथ रात गुजारने को मजबूर हैं। शीघ्र वारदात के खुलासे की बाट झोह रहे हैं ताकि पुलिस प्रणाली पर पीडितों को न्याय मिलने के साथ आमजन का विश्वास कायम हो सके।