भरतपुर आई जी रेंज मालिनी अग्रवाल ने 7 पुलिसकर्मी हुए लाइन हाजिर किया
भरतपुर। भरतपुर के कुम्हेर थाना में हवालात में बंद एक मुलजिम ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना पर थाना सहित कुम्हेर कस्बा और जिले के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
हवालात में बंद कैदी की ओर से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने की सूचना पर रेंज के आईजी मालिनी अग्रवाल जिला कलेक्टर संदेश नायक जिला पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत, एएसपी सुरेशकुमार खींची, प्रकाश शर्मा सहित जिले के
अन्य आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और घटना के बारे में जानकारी ली।
मिली जानकारी के अनुसार कुम्हेर कस्बे के धापा गांव निवासी प्रहलाद सिंह
जो एक रिटायर्ड फौजी भी है मंगलवार की रात को गायों को चराने का काम कर
रहा था पुलिस के गश्ती दल ने उसे नशे की हालत में गिरफ्तार कर लिया और
उमेश को थाने में हवालात में बंद कर दिया।
बुधवार की सुबह जब पुलिसकर्मी ने ऐसे फंदे पर लटका हुआ देखा तो थाना अधिकारी को घटना के मामले बारे में अवगत कराया। आनन फानन में थाना अधिकारी ने घटना की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी।
घटना की जानकारी मिलते ही उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे जहां शव को कंधे से होटल उतार कर नीचे रखा और उसके परिवारीजनों को सूचित किया। बताया गया है कि मृतक ने कंबल को काटकर उसका फांसी का फंदा बनाया था। मृतक के परिजनों को घटना की सूचना मिलते ही वह थाने पहुंचे और थाने पर जमकर हंगामा किया।
थाने में घटित इस तरह की घटना को लेकर कस्बे में भी पुलिस के प्रति रोष व्याप्त है और कछुए का बाजार भी करीब दोपहर तक बंद रहा। मृतक के परिजनों एवं अन्य लोगों ने पुलिस के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए वेरी गेट आदि लगाकर रोड जाम कर दिया और मृतक के शव को उठाने से मना कर दिया।
परिजनों का कहना था कि गिरफ्तार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उनके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाए एवं घटना की न्यायिक जांच कराई जाये एवं पूरे कुम्हेर पुलिस थाना को लाइन हाजिर किया जाये और पीडित पक्ष को मुआवजा दिलाया जाये ।इन चार मांगों के पूरी होने के बाद बाद शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
परिजनों से काफी तलाश की लेकिन परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए नहीं माने। घटनास्थल पर विवाद को बढ़ता देख भी कुम्हेर विधायक विश्वेंद्र सिंह भी
मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाइश कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला
आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी भिजवाया।
हाॅस्पीटल में भाजपा नेता डा. शैलेष सिंह, नरेन्द्रसिंह सहित अनेक प्रमुख लोग भी पहुूंचे। यहां भी परिजनों ने पोस्टमार्टकराने को लेकर हंगामा कर दिया और शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार करने के साथ ही पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाने लगे कि पुलिस उसके साथ मारपीट की है जिसके बाद उसकी मौत हो गई है।
परिजनों द्वारा मोर्चरी पर हंगामा करने के चलते पुलिस प्रशासन ने मृतक के परिजनों को वहां से दूर कर दिया और पोस्टमार्टम की कार्यवाही भरतपुर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राजेन्द्र चैधरी द्वारा नियुक्त किए गए जांच अधिकारी कुम्हेर के एसीजेएम
मजिस्ट्रेट की देखरेख में मेडिकल बोर्ड द्वारा पूरी की गई।
उधर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम होने के बाद देर शाम तक का शव मोर्चरी में रखवा रहा और देर शाम जब पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया इसके बाद परिजनों ने मृतक के शव को लेने के लिए राजी हो गए। घटना की सूचना पर भाजपा नेता डॉक्टर शैलेश सिंह भी मौके पर पहुंचे और मृतक के परिजनों को समझाइश कर उन्हें ढांढस बंधाया।
कुम्हेर पुलिस थाना की हवालात में मौत के मामले की गम्भीरता को देखते हुए भरतपुर आई जी रेंज मालिनी अग्रवाल ने 7 पुलिसकर्मी हुए लाइन हाजिर, एक एएसआई,एक एच एम,2 सन्तरी,2 सिपाही, जीप चालक को किया लाइन हाजिर
आईजी मालिनी अग्रवाल के निर्देश पर एसपी केशर सिंह ने की कार्रवाई की।