Bharatpur News /राजेन्द्र शर्मा जती। 1971 के युद्ध के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे स्वर्णिम विजय वर्ष के उपलक्ष्य में मथुरा से चलकर विजय मशाल यात्रा
के भरतपुर आने पर शनिवार को ब्रिगेडियर वैदीश महाजन स्टेशन कमाण्डर भरतपुर सैन्य स्टेशन ने भरतपुर गैरीसन में विजय मशाल का स्वागत किया।
भारत सरकार ने 26 दिसम्बर से अगले एक वर्ष तक स्वर्णिम विजय वर्ष मनाने की घोषणा की है। इस दौरान चार विजय मशालें चारो दिशाओं में मौजूद देश के हर महत्वपूर्ण शहरों और सैन्य छावनियों से गुजरेंगी और 1971 के युद्ध में
हिस्सा लेने वाले बहादुर सैनिकों के लिए देश की कृतज्ञता को प्रदर्शित करेंगी। विजय मशाल मथुरा में 10 दिनों के ठहराव के बाद शुक्रवार को भरतपुर पंहुची।
भरतपुर में मशाल के प्रवास के दौरान 1971 के युद्ध में
भारतीय सेनाओं की अद्धितीय बहादुरी दिखाने के लिए विभिन्न समारोहों और कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। 1971 का भारत युद्ध 3 दिसम्बर को शुरू हुआ था और 13 दिनों तक चला था। जिसके बाद 16 दिसम्बर 1971 को
पाकिस्तान की सेना ने आत्मसमर्पण कर दिया था। भारतीय सशस्त्र बलों की अद्धितीय बहादुरी ने बांगलादेश नामक एक देश का निर्माण किया।
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 मे हुए युद्ध के 50 वर्ष पूरे होने पर देश मे मनाए जा रहे स्वर्णिम विजय वर्ष के अबसर पर राजस्थान के भरतपुर में सैन्य स्टेशन पर विजय मशाल का स्वागत किया गया।
उत्तरप्रदेश के मथुरा से भरतपुर पहुची विजय मशाल का भरतपुर गैरिसन स्टेशन कमांडर ब्रिगेडियर वेदीश महाजन ने किया स्वागत। पूरे एक वर्ष तक मनाए जाने बाले इस स्वर्णिम विजय वर्ष के उपलक्ष्य में देश की चारो दिशाओं में मौजूद देश के महत्वपूर्ण शहरों ब सैन्य छावनियों से होकरये विजय मशाल
गुजरेंगी। विभिन्न समारोहों ब कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है।