अशोक गहलोत ने नकारा नौकरशाहों को चेतावनी, अनिवार्य सेवानिवृत्ति करने के दिए संकेत

Firoz Usmani
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Ashok Gehlot

Jaipur News – नौकरशाहों के काम नहीं करने की प्रवृति पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने चिंता जताई है। उन्होंने अच्छा-खासा वेतन-भत्ते लेकर भी काम नहीं करने वाले नकारा अधिकारियों-कर्मचारियों (Officers and employees)को अनिवार्य सेवानिवृत्ति (Compulsory retirement) देने का सिस्टम विकसित करने की बात कही।

हाउसिंग बोर्ड मुख्यालय (Housing Board Headquarters) में शुक्रवार को आवासीय योजनाओं की लॉन्चिंग कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि पिछले दिनों केन्द्र सरकार ने इनकम टैक्स विभाग के कई नकारा अधिकारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देकर घर बैठाया है। तो क्यों न हमारे यहां भी ऐसा ही सिस्टम हो?

गहलोत यहीं नहीं रुके उन्होंने एक अध्यापक का उदाहरण देते हुए कहा कि उसे 32 साल नौकरी करते हुए हो गए और वह कहता है कि उसने आज तक क्लास की तरफ नहीं देखा तथा फिर भी गर्व से कहता है कि मैं टीचर हूं। ऐसे लोग घर जंवाई बनकर बैठे रहते हैं और बदनाम होकर जाते हैं।

मुख्यमंत्री ने अयोग्य और नाकारा अफसरों की सरकारी सिस्टम में मौजूदगी पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि गधे और घोड़े एक समान क्यों होने चाहिए, इनमें भेद होना चाहिए। जो अधिकारी अच्छा काम कर रहे हैं तो उन्हें सेवानिवृत्ति के समय भी यह महससू होना चाहिए कि सरकार उनके साथ खड़ी है। सरकार चाहे तो ऐसे अफसरों का समय भी बढ़ा सकती है।

गहलोत ने कहा कि मैं इस मामले में गंभीरता से कह रहा हूं कि अनिवार्य सेवानिवृत्ति का सिस्टम होना चाहिए। अच्छे लोगों की कमी नहीं है, लेकिन काम नहीं करने वालों की भी हमें जरूरत भी नहीं है। आज अफसर एक-एक, दो-दो लाख रुपए तक तनख्वाह ले रहे हैं। सेवानिवृत्ति के बाद तो तनख्वाह से ज्यादा पेंशन मिल रही है। नौकरी पाने के लिए लोग रिश्वत देते हैं।

एक बार नौकरी लगते ही जिन्दगीभर आराम करने की सोचते हैं। यह क्या हो रहा है। अब यह धारणा खत्म होनी चाहिए। पैसा जनता का है, इसलिए अच्छा काम करें। प्रमोशन के लिए आने वाली फाइल के मामले पर भी वह खुलकर बोले।

मुख्य सचिव डीबी गुप्ता की तरफ देखते हुए कहा कि प्रमोशन के लिए फाइल आती है, कहा जाता है कि अफसर की एसीआर अच्छी है। एसीआर अच्छी है तो कुछ और तरीका निकालो, कमेटी बनाओ। मैं भी एसीआर बिगाडऩा नहीं चाहता। लेकिन कम से कम निकम्मे अफसरों को लगना चाहिए कि उसकी नौकरी जा सकती है।

मुख्यमंत्री नौकरशाहों पर लगातार 5 मिनट तक बोले। समारोह में मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक भूपेन्द्र सिंह सहित कई बड़े नौकरशाह मौजूद थे। इस बीच मुख्यमंत्री ने आवासन मंडल आयुक्त पवन अरोड़ा के हाउसिंग बोर्ड में किए कार्यों और प्रयासों की तारीफ भी की। पूर्व आईएएस अधिकारी एन.सी. गोयल, मंजीत सिंह सहित अन्य अधिकारियों की भी तारीफ करते हुए दूसरे अधिकारियों को भी ऐसे ही काम करने की नसीहत दी।

 

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Firoz Usmani Tonk : परिचय- पत्रकारिता के क्षेत्र में पिछले 15 वर्षो से संवाददाता के रूप में कार्यरत हुंॅ, 9 साल से राजस्थान पत्रिका ग्रुप के सांयकालीन संस्करण (न्यूज़ टुडे) में जिला संवाददाता के रूप से कार्य कर रहा हंू। राजस्थान पत्रिका न्यूज़ चैनल में भी अपनी सेवाएं देता रहा हूं। एवन न्यूज चैनल में भी संवाददाता के रूप में कार्य किया है। अपने पिता स्व. श्री मुश्ताक उस्मानी के सानिध्य में पत्रकारिता की क्षीणता के गुण सीखें। मेरे पिता स्व.श्री मुश्ताक उस्मानी ने भी 40 वर्षो तक पत्रकारिता के क्षैत्र में कार्य किया है। देश के कई बड़े न्यूज़ पेपर से जुड़े रहे। 10 वर्ष दैनिक भास्कर में ब्यूरों चीफ रहें।