अलवर
मालाखेड़ा पुलिस थाना इलाके में एक युवक को नशीली चाय पिलाकर उसके साथ अप्राकृतिक मैथुन का वीडियो वायरल करने का मामला सामने आया है। मामला सामने आते ही पुलिस हरकत में आ गई है। हालांकि यह मामला करीब 25 दिन पुराना है, लेकिन पीडि़त पक्ष ने 10 मई को इसकी रिपोर्ट मालाखेड़ा थाने को दी थी, लेकिन अभी तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है। थानाप्रभारी ने इस बाबत किसी भी तरह की रिपोर्ट प्राप्त होने से इनकार किया है।
शनिवार को पीडि़त पुलिस अधीक्षक कार्यालय अलवर आया, लेकिन अवकाश होने के कारण वह पुलिस अधीक्षक से नहीं मिल पाया। पीडि़त के अनुसार उसने यह शिकायत पुलिस के पोर्टल पर दर्ज कराई है। पीडि़त युवक ने बताया कि वह ट्रैक्टर लेकर जा रहा था, तो उसके गांव के ही दो युवकों, जो धर्मकांटा के पास खड़े थे, ट्रैक्टर रूकवाकर कहा कि चल चाय पीते हैं। वह ट्रैक्टर को साइड में खड़ा कर उन दोनों युवकों के साथ पूजा होटल के पीछे पार्क में चला गया।
वहां उन दोनों आरोपियों ने उसे नशीली चाय पिला दी, इससे वह बेसुध हो गया। उस दौरान दो-तीन युवक और भी मौजूद थे, जिन्होंने उसकी संदिग्ध अवस्था की वीडियो बनाई और बाद में वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगे और कहने लगे कि तूने इनका मोबाइल चुराया है, इसलिए तेरे साथ ये किया जा रहा है। पीडि़त ने बताया कि जब से यह वीडियो वायरल हुई है, तब से वह समाज में और आसपास गांव में सिर उठा कर चलने लायक भी नहीं बचा है और यह वीडियो उसके किसी दोस्त ने उपलब्ध कराई थी। पीडि़त ने चेतावनी दी है कि अगर आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह आत्महत्या कर सकता है।
उसने थाना प्रभारी मालाखेड़ा को लिखी शिकायत में यह भी बताया कि पुलिस उसे उठाकर ले गई और पीडि़त को ही पुलिस ने धारा 151 में बंद कर दिया था और दूसरे दिन जमानत पर छोड़ दिया था।
मालाखेड़ा थाना प्रभारी रामकिशोर ने बताया कि शिकायतकर्ता आदतन अपराधी प्रवृत्ति का है और नशे का सेवन करता है और यह मामला 30 अप्रैल का है। हरियाणा के कुछ लोग पूजा होटल आए हुए थे, उन लोगों के इसने मोबाइल चोरी कर ली, तभी मालाखेड़ा के दो युवकों ने इसे पकड़ा और उससे मोबाइल बरामद कर ली।
पर जिन लोगों के मोबाइल चोरी हुए थे, उन लोगों ने इस संबंध में कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराया। उन्होंने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है और पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की रिपोर्ट मांगी है कि किसने यह वीडियो बनाया और वीडियो वायरल किया। यहां गंभीर बात ये है कि पुलिस इस शिकायतकर्ता को ही दोषी ठहराने की कोशिश कर रही है।