Ajmer News / Dainik reporter : पुष्कर (Pushkar) के अंतरराष्ट्रीय सालाना पशु मेले (International Yearly Animal Fair) में पशुओं के आने का सिलसिला अब तेज हो गया है। इसमें ऊंटों (camels) की संख्या सर्वाधिक है। मेले में शनिवार तक ढाई हजार से अधिक पशु पहुंच चुके हैं। मेले का विधिवत शुभारंभ 4 नवंबर को सरोवर पूजन और ध्वजारोहण के साथ होगा।
पशु पालक खुले आसमान के बीच रेतीले धोरों में अपने डेरे डाल रहे हैं। पशु पालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. अजय अरोड़ा ने बताया कि अब तक 2 हजार 838 पशु मेले में पहुंच चुके हैं। इसमें 1 हजार 784 ऊंट, 1 हजार 23 अश्व वंश, 14 गौवंश, 17 भैंस वंश पहुंचे हैं तथा पशुपालकों को पानी, बिजली समेत सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
पुष्कर मेले के दौरान 8 नवम्बर को निकलने वाली आध्यात्मिक यात्रा की पूर्व तैयारियों के चलते शनिवार की शाम को मेला व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों ने मुख्य बाजार से निकलने वाली यात्रा मार्ग का राउंड लिया।
उपखंड अधिकारी देविका तोमर ने बताया कि इस बार आध्यात्मिक यात्रा गुरुद्वारे से मुख्य बाजार होते हुए ब्रह्मा मंदिर पहुंचेगी तथा अध्यात्म यात्रा का मेला मैदान में समापन होगा।
इस अवसर पर मेला मजिस्ट्रेट देविका तोमर, प्रशिक्षु आईएएस नित्या, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण किशनसिंह भाटी, देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त गिरीश बच्चानी, पालिका ईओ अभिषेक गहलोत, पुष्कर थाना प्रभारी राजेश मीणा सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
पुष्कर मेले में इस बार प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर व रवि पंवार अपनी प्रस्तुतियों से जलवा बिखेरेंगे। गायक कैलाश खेर का कार्यक्रम 11 नवंबर को शाम 7 बजे मेला मैदान में आयोजित किया जाएगा।
मेले में एक दिन महिलाओं के नाम रहेगा। इसमें केबीसी फेम व एनजीओ संचालिका रूमा देवी तथा चेंजमेकर अवार्ड से सम्मानित पायल का भी सेशन होगा। महिलाओं का फैशन शो भी आयोजित किया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेला को इस बार भी 3 चरणों में बांटा गया है। पशुपालन विभाग की ओर से पशु मेले के पहले चरण का शुभारंभ 28 अक्तूबर को हो गया। मेले का विधिवत शुभारंभ 4 नवंबर को होगा।
इसी तरह धार्मिक रूप से मेले की शुरुआत कार्तिक माह की एकादशी को 8 नवंबर से होगी, जो 12 नवंबर पूर्णिमा को महास्नान के साथ समाप्त होगी।