कभी धोए थे चाय के कप, आज अपना यूट्यूब चैनल बना लाखों रुपये कमा रहे हैं अलवर के योगेंद्र

Dr. CHETAN THATHERA
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Alwar News। जब इंसान किसी काम को करने की ठान लेता है तो रास्ते में आने वाली हर मुश्किल आसान हो जाती है। यह साबित किया है अलवर के शालीमार सोसायटी निवासी योगेन्द्र सैनी ने। लोग इन्हें योगी योगेन्द्र के नाम से भी जानते हैं। जब वह छोटे थे तभी उनके पिता कन्हैया लाल सैनी का देहांत हो गया। भाई-बहनों में सबसे बड़े होने के कारण घर की सभी जिम्मेदारियां उन पर आ गई। ऐसे में पढऩा-लिखना बहुत मुश्किल हो गया था लेकिन योगेन्द्र में पढऩे की लगन थी। उन्होंने बताया कि इस लगन के कारण वह दिन में नौकरी व रात में पढ़ाई करते थे। उन्होंने कक्षा 8 में पढ़ते हुए काम शुरू किया जो स्नातक तक जारी रहा। उसके बाद योगेन्द्र ने बैचलर ऑफ़ जर्नालिज्म की पढ़ाई भी की आज वह डबल गे्रजुएट है।

यहां खास बात यह भी है कि कक्षा 8 के बाद की सारी पढ़ाई उन्होंने काम करने के साथ-साथ पूरी की। योगेन्द्र में बचपन से ही बड़ा बनने का जूनून था। सन् 2016 में तभी एक दोस्त की सलाह पर उन्होंने यूट्यूब पर टेक्निकल योगी के नाम से अपना चैनल बनाकर वीडियो डालना शुरू किया। हालांकि शुरू के कुछ महीनों में कमाई नही हुई लेकिन छह महीने बाद उन्हें करीब आठ हजार रुपये यूट्यूब से मिले। आज वह यूट्यूब के माध्यम से ही लाखों रुपये कमा रहे हैं। इसके अलावा देश- विदेश की कई नामी कंपनियों के लिए वह काम करते हैं।

टेक्निकल योगी के नाम से बनाया अपना यूट्यूब चैनल-

योगेंद्र का अपना एक टेक्निकल योगी के नाम से यूट्यूब चैनल है। जिसके माध्यम से वह विभिन्न प्रकार के इंटरनेट से जुड़े तकनीकी कार्यों की जानकारी लोगों को देते हैं। वह बताते हैं कि अब तक वह करीब 12 सौ से अधिक तकनीकी वीडियो बना चुके हैं। एक मिलियन से ज्यादा यूट्यूब पर उनके सब्सक्राइबर हैं। उनके चैनल के माध्यम से बहुत से युवा सीखकर काम कर रहे हैं।

चाय के ठेले पर 300 रूपये महीने में धोये थे कप-

योगी बताते हैं कि जब उन्होंने काम करना शुरू किया तो सबसे पहले उन्होंने अलवर शहर के जेल चौराहे के पास स्थित एक चाय के ठेले पर 300 रुपये महीने में कप धोए थे। उस समय जीवन मे अनेक उतार चढ़ाव आए। उन्होंने अखबार व कोरियर बांटने के साथ मजदूरी जैसे अनेक कार्य किए थे। वह बताते है कि धीरूभाई अंबानी से उन्हें यह प्रेरणा मिली कि इंसान चाहे तो कुछ भी कर सकता है। हालाकिं वह बताते है शुरुआत में लोगों ने उनका बहुत मजाक भी उड़ाया था। ऐसे में उनकी एक दोस्त संध्या ने उन्हें इस काम में सपोर्ट किया बाद में योगेन्द्र ने अपनी दोस्त संध्या से विवाह कर लिया।

2018 में सिल्वर व 2020 में मिला गोल्डन प्ले अवार्ड-

योगेंद्र बताते हैं कि उन्होंने दिसंबर 2016 में टेक्निकल योगी चैनल की शुरुआत की। जिसके 15 महीने बाद उन्हें यूट्यूब ने सिल्वर प्ले अवार्ड दिया। तब वह मोबाइल से वीडियो बनाते थे। इसके बाद उन्होंने डीएसएलआर कैमरा खरीदा ओर वीडियो बनाने लगे। नवम्बर 2019 में उन्होंने कनॉट प्लेस दिल्ली में एक मीटप किया था। जिसमें उनके प्रशंषकों की काफी भीड़ उमड़ी थी। उनकी कार्य के प्रति लग्न व लोकप्रियता के साथ कार्य मे निपुणता के चलते उन्हें 2020 में यूट्यूब ने गोल्डन प्ले अवार्ड दिया है।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम