भीलवाड़ा/ अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद भीलवाड़ा ने महासचिव राजेश सामरिया व विधि प्रकोष्ठ संयोजक हेमेंद्र सिंह राणावत के नेतृत्व में सुभाष नगर थाने में दर्ज एफ आई आर 204/2022 के प्रकरण में निष्पक्ष जांच नहीं की जाने पर राज्यपाल को जिला कलेक्टर के माध्यम से व पुलिस अधीक्षक, भीलवाड़ा को ज्ञापन सौंपा।
महासचिव सामरिया ने बताया कि उक्त प्रकरण में कन्हैया लाल तेली, राहुल माली, लोकेश दरोगा, विनय सिंह, सत्यनारायण माली को झूठा फसाया जाकर पुलिस द्वारा अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है, जिसे रोका जाना अत्यंत आवश्यक ही।
उन्होंने ये भी बताया कि उक्त प्रकरण में निर्दोष लोगो को फसा कर उनके साथ अमानवीय व्यवहार कर थाने में पिटाई की जा रही है जबकि इनका उक्त अपराध से कोई लेना देना नही है। अभियुक्तगण का मेडिकल भी पुलिस द्वारा नही करवाया जा रहा है जबकि घटना परिवादी द्वारा अपनी मोटरसाइकिल में स्वयं ने आग लगा कर कारित की है। हिंदू समाज के लोगो/नवयुवकों को झूठा फसाया जाकर सांप्रदायिक सौहार्द भीलवाड़ा शहर का बिगाड़ने हेतु अमलीजामा पहनाया जा रहा है, जिसकी निष्पक्ष रूप से जांच कराई जानी चाहिए।
अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद भीलवाड़ा उक्त घटना को लेकर भारी रोष में है व पुलिस कस्टडी में अमानवीय व्यवहार कर उन्हे खाने को नहीं दिया जा रहा है इन निर्दोषों के साथ अत्याचार एवं हिंदू समाज के व्यक्ति के साथ द्वेषता से जो अत्याचार किया जा रहा है उसका विरोध करता है। इन निर्दोषों को न्याय नहीं दिलवाया गया तो भारी आंदोलन से भीलवाड़ा के आमजन को जान माल़ का नुकसान हो सकता है। अधिवक्ता परिषद ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि उक्त प्रकरण में निर्दोषों के साथ जो अत्याचार हो रहा है उसे तुरंत प्रभाव से रोका जाए तथा निर्दोषों को न्याय प्रदान करवाया जाए व इन निर्दोषों के प्रति अमानवीय अत्याचार करने वालो के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जावे। जिस पर जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने मामले में निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।
ज्ञापन देने वालों में विधि प्रकोष्ठ संयोजक हेमेंद्र सिंह राणावत, मीडिया प्रभारी पीरू सिंह गौड़, कार्यालय प्रभारी जितेंद्र सिंह राणावत, सह सचिव नीरज पाराशर, रामपाल शर्मा, गजेन्द्र सिंह कानावत सहित अधिवक्ता परिषद कार्यकारिणी व सदस्यगण मौजूद थे।