Tonk News / Dainik reporter (फ़िरोज़ उस्मानी): नगर परिषद चुनाव (Municipal election) में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Depurty CM) के निर्वाचन किले को टोंक सवाईमाधोपुर भाजपा सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया (Tonk Sawaimadhopur BJP MP Sukhbir Singh Jaunapuria) पूरी तरह भेदने में असफल रहे है। गुटबाज़ी के चलते भाजपा शुरुआत से ही पिछड़ती दिखाई दी है।
इसके चलते कांग्रेस (Congress) ही टोंक नगर परिषद चैयरमेन पद पर अपना परचम लहराने जा रही है। अगर सब कुछ सही रहता है तो कांग्रेस के नवनिर्वाचित पार्षद अली अहमद उर्फ बाबा का चैयरमेन बनना लगभग तय माना जा रहा है।
शुरुआत से ही भाजपा (BJP)नगर परिषद अध्यक्ष पद से बाहर ही दिखाई दे रही है। भाजपा 60 वार्डों में से 50 वार्डों में ही अपना प्रत्याशी उतार पाई। वहीं कांग्रेस के दो पार्षद निर्विरोध निर्वाचित होकर 58 वार्डों में अपने प्रत्याशी उतारे। इनमे से 2 निर्विरोध निर्वाचित पार्षद सहित 27 पर कांग्रेस काबिज़ रही है।
और और भाजपा 23 पर ही सिमट कर रह गई। 10 वार्डों में निर्दलीय पार्षदों ने बाजी मारी है। कांग्रेस ने बाड़ाबंदी कर 8 पार्षदों को भी अपनी और कार लिया है। नप सभापति के लिए लिए26 नवम्बर को चुने हुए पार्षद मतदान करेंगे। जीतने के लिए 31 मत की जरूरत होगी।
भाजपा से लक्ष्मी जैन ने सभापति पद के लिए दावेदारी ठोकी है। अब देखना ये होगा कि सवाई माधोपुर नगर परिषद उपचुनाव में भाजपा का सभापति बनाने का दम भरने वाले टोंक सवाई माधोपुर सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया टोंक सभापति बनाने में कितने कामयाब होते है।
पुराना इतिहास दोहराने में कामयाब होगी भाजपा ?
हालांकि 2014 के सभापति चुनाव में भाजपा ने कम सीटे आने के बाद भी कांग्रेस को 6 मतों से मात देकर सभापति पद अपने नाम कर लिया। उस समय 45 वार्डों में से भाजपा को 18,कांग्रेस 22 व निर्दलीय 5 निर्दलीय जीत कर आए। बावजूद इसके भाजपा की लक्ष्मी जैन ने कांग्रेस की गायत्री देवी को हराकर सभापति का ताज अपने नाम कर लिया। क्या इस बार भी भाजपा ऐसा कुछ कर पाने में सफल रहती है? ये देखने वाली बात होगी।