
अजमेर। राजस्थान सरकार के यूनानी चिकित्सा विभाग द्वारा अज़मेर में चल रहे उर्स में दस यूनानी चिकित्सक एवं ग्यारह कंपाउंडर्स द्वारा जायरिनों की खिदमत 23 जनवरी से 1 फरवरी तक की जा रही थी। जिनमें डॉ लियाकत अली मंसूरी, डॉ.मोहम्मद जावेद मंसूरी, डॉ.हनीस मंसूरी , डॉ. तनवीर हुसैन, डॉ. जसीम अहमद, डॉ. हनीफ खान मंसूरी, डॉ. फखरे हयात, डॉ. नासिर हसन, डॉ. अनवारूल हक़, डॉ. बुद्धिप्रकाश तंवर हैं। ये सभी डॉक्टर्स जायरिनों की खिदमत तहेदिल से यूनानी चिकित्सा शिविर में कर रहे थे ।
और साथ ही कंपा. राजेन्द्र कुमार मीणा, कंपा.रामविलास शर्मा, कंपा.रामनिवास सेन, कंपा.भूपेन्द्र पाल सिंह, नर्स.विमला कुमारी नायक, कंपा.कन्हैया लाल जाट, कंपा.रामकिशोर बराला, कंपा.अरविन्द पाराशर एवं परिचारक अहसान अली और साबिर अली ने अज़मेर उर्स में यूनानी चिकित्सा की ज़िम्मेदारी संभालते हुए यूनानी चिकित्सा शिविरों पर सराहनीय कार्य करने में अहम भूमिका की हैं।
इन शिविरों पर लोग ज्यादा लाभान्वित होते दिखाई दे रहे थे । शिविर में जायरिनों को बुखार, ज़ुकाम,खांसी, बवासीर, पेट रोग, गठियाबाय, चर्म रोग, मुख रोग, मूत्र रोग, वमन, दस्त, न्यूरो से संबन्धित रोगी , माइग्रेन, अन्य रोगियों की भीड़ उमड़ रही थी। सभी रोगियों को पर्याप्त दवा देकर उनकी परेशानियों को दूर की जा रही थी।
अज़मेर में ये शिविर अन्दर कोट, तारागढ़, दरगाह परिसर, विश्राम स्थल कायड़, चिल्ला शरीफ, और गंज में लगाए गए थे। इन सब की व्यवस्थाओं की जिम्मदारी शिविर प्रभारी डॉ. मेहबूब अख्तर साहब जो कि राजकीय यूनानी औषधालय गंज अज़मेर की देखरेख में सम्पन्न हुई हैं ।
इन शिविरों में कुल मिलाकर एक लाख बीस हजार के लगभग मरिजों की चिकित्सा की गई हैं। जो कि एक सराहनीय कार्य हैं। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को एक फरवरी को सम्मान के साथ कार्य मुक्त कर अपने अपने कार्य स्थल के लिए रवाना कर दिए हैं।