Ajmer News ।विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की पवित्र दरगाह की कमेटी के एक पूर्व कर्मचारी को वापस नौकरी पर रखने के एवज में नकद रिश्वत नहीं देने के बदले कमेटी के सहायक नाजिम और दो अन्य कर्मचारियों पर उक्त कर्मचारी से रिश्वत के रूप में उसकी पत्नी की अस्मत मांगने का आरोप है और इससे अवसाद में आकर कार्मिक ने जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की जिसका अस्पताल में उपचार चल रहा था जिसने आभी शाम को दम तोड दिया है । यह आरोप लगाते हुए उक्त कर्मचारी की पत्नी ने आज सिविल लाइन थाने में उक्त रिपोर्ट देकर मामला दर्ज कर न्याय की गुहार की है । पीड़ित कार्मिक की पत्नी की इस रिपोर्ट से हड़कंप सा मच गया है ।
दरगाह कमेटी के पूर्व कर्मचारी की पत्नी ने आज सिविल लाइंस थाने में दी रिपोर्ट में आरोप लगाते हुए बताया कि मेरे पति को दरगाह कमेटी के सहायक नाजिम डॉक्टर मोहम्मद आदिल वह कमेटी के कार्मिक शेर मोहम्मद वह अन्य ने मेरे पति को कमेटी में वापस नौकरी पर रखने के एवज में ₹50000 की रिश्वत मांगी इस पर मेरे पति ने कहा कि इतनी बड़ी रकम मेरे पास नहीं है तब सहायक नाजिम डॉक्टर मोहम्मद आदिल और शेर मोहम्मद ने मेरे पति को कहा कि तेरे पास रुपए नहीं है तो तू अपनी पत्नी को जो बहुत खूबसूरत है उसे मेरे पास भेज दें इसके लिए सहायक नाजिम मोहम्मद आदिल ने मेरे पति को इतना प्रताड़ित किया और इस बात से मेरे पति मानसिक अवसाद में आ गए और 16 अगस्त को उन्होंने जहर खा आत्महत्या की कोशिश की जिनका अभी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड दिया । पीड़िता ने अपनी रिपोर्ट में इन पर उक्त आरोप लगाते हुए कहा कि दरगाह कमेटी के सहायक नाजिम डॉ मोहम्मद आदिल कर्मचारी शेर मोहम्मद अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे और उसके पति को न्याय दिलाएं।
पीड़ित ने जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में उपचार के दौरान पुलिस की मौजूदगी में दम तोड़ दिया पीड़ित की मौत के दौरान वहां मौजूद पुलिस के समक्ष मृतक की पत्नी ने मीडिया को भी आपबीती घटना बताई । खबर लिखे जाने तक इस मामले में जांच पड़ताल जारी थी पीड़िता के बयान दर्ज कर लिए गए थे लेकिन फिलहाल मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था
इनकी जुबानी
दरगाह कमेटी के सहायक नाजिम मोहम्मद आदिल व कर्मचारी शेर मोहम्मद एक अन्य ने मेरे पति सरफराज पर वापस नौकरी पर रखने के बजे ₹50000 की रिश्वत मांगी नहीं देने पर सहायक नाजिम मोहम्मद आदिल ने मेरे पति से कहा कि तेरी पत्नी को मेरे पास भेज दे इससे अवसाद में आकर उन्होंने जहर खा लिया अभी वह अस्पताल में जीवन और मौत से संघर्ष करते हुए वह आखिर जंग हार गए । ऐसा मेरे पति ने मुझे घर आकर यह बताया था इस पर मैंने सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दी है ।
पीड़ित की पत्नी
इस संदर्भ में सहायक नाज़िम डॉक्टर मोहम्मद आदिल से सम्पर्क करने की कोशिश की गई लेकिन सम्पर्क नहीं हो पाया।