Ajmer News – प्रदेश में बिजली छीजत और चोरी को कम करने के लिए बिजली कम्पनियों ने जांच अभियान तेज कर दिए हैं। इसके लिए अजमेर डिस्काम (Ajmer Discom) ने एक आदेश जारी कर विजिलेंस (vigilance) व पुलिसकर्मियों (Policemen) सुरक्षा के लिए पर्याप्त जाब्ता साथ रखने के निर्देश दिए हैं। इससे पूर्व एक आदेश में बिजली निरोधक थानों के स्टाफ को निर्देशित किया गया था कि सभी पुलिसकर्मी बिजली चोरी की जांच दिन में या सुबह जल्दी ही करें। सतर्कता जांच का कार्य रात के समय नहीं किया जाए क्यों कि रात के समय लोग शराब का सेवन किए हुए होते हैं, इसके कारण मारपीट की संभावना अधिक होती है। इसके अगले दिन ही दूसरा आदेश जारी कर पूरा जाब्ता साथ रखने के लिए कहा गया है।
अजमेर डिस्काम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) मुकेश सांखला की ओर से जारी किए गए आदेश में बताया गया है कि सतर्कता जांच के लिए विजिलेंस टीम के साथ ही एक कांस्टेबल के स्थान पर पर्याप्त जाब्ता रखा जाए। इसके अलावा मारपीट संभावित तथा संवेदनशील इलाकों में जांच के दौरान स्थानीय पुलिस थाने को सूचना देने के लिए भी कहा गया है।
बता दें कि ग्रामीण इलाकों में बिजली चोरी पकडने के लिए डिस्काम की विजिलेंस विंग के अधिकारी व कर्मचारी अधिकांशत: रात्रि में ही विजिलेंस चैकिंग करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि में बिजली चोरी के अधिकांश केस सामने आते हैं ऐसे में बिजली चोरी रोकने के लिए जांच अभियान रात में ही चलाया जाता है। अजमेर डिस्काम क्षेत्र में पिछले एक माह में ही रूपनगढ, नागौर, खींवसर, फतेहनगर और निम्बाहेडा में विजिलेंस टीम के साथ ही पुलिसकर्मियों के साथ भी मारपीट हुई है। मारपीट की इन घटनाओं को देखते हुए विजिलेंस टीम के साथ एक कांस्टेबल के स्थान पर पूरा जाब्ता साथ रखने के आदेश दिए गए हैं।
इनका कहना है-
विजिलेंस टीम के साथ मारपीट के मामले बढ रहे हैं ऐसे में इनकी सुरक्षा के लिए आदेश निकाला गया है। अब संवेदनशील इलाकों में जांच से पहले स्थानीय पुलिस को भी सूचना देने के लिए कहा है। मारपीट की घटनाओं से कर्मचारियों और बिजली चोरी निरोधक पुलिस के जवानों का हौंसला कमजोर होता है।
मुकेश सांखला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, (सतर्कता) अजमेर डिस्काम।