जयपुर
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बिटकॉइन व निवेश का लालच देकर कई राज्यों के व्यापारियों का अपहरण कर करोड़ों रुपए फिरौती वसूलने वाली हरियाणा गैंग के मुख्य लीडर विक्की को जयपुर पुलिस ने शनिवार को मुम्बई से गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने गिरोह के तीन और बदमाशों को भी पकड़ा है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
हरियाणा फिरौती गैंग के मुख्य सरगना विक्की उर्फ विकास उर्फ अयान (24) निवासी महेन्द्रगढ़ हरियाणा और उसके साथी सुमित यादव (21) निवासी रेवाड़ी हरियाणा को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को मुम्बई के एक होटल से दबोचा गया है।पुलिस ने गिरोह में शामिल बदमाश अभय उर्फ ठाकुर (21) निवासी नारनोल महेन्द्रगढ़ हरियाणा व राहुल यादव उर्फ मोटा (21) निवासी कनीना महेन्द्रगढ़ हरियाणा को भी धर-दबोचा।हरियाणा की अपहरण कर फिरौती गिरोह के सरगना सहित ग्यारह बदमाशों को पुलिस अभी तक गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस पूछताछ में सरगना सहित गिरोह से कई और खुलासे होने की संभावना जताई गई है।
करीब 20 दिन पूर्व बगरू के ओमेक्स सिटी में अपह्रतों को टॉर्चर करने के लिए विक्की ने फ्लैट लिया।
तभी खुद के लिए नारायण विहार क्यू ब्लॉक में किराए पर फ्लैट लेकर पत्नी व दो बच्चों के साथ रहने लगा। बगरू थाना पुलिस के तीन अपह्रतों को मुक्त करवाकर गिरोह के सात बदमाशों को पकड़ा। इसकी सूचना लगते ही सरगना विक्की मुम्बई भाग गया।
साइबर सेल की मदद से मुम्बई में सरगना के छीपे होने की सूचना पर पुलिस टीम को तीन दिन पूर्व मुम्बई भेजा गया था।
पूछताछ में सामने आया है कि करीब तीन वर्ष पहले इस गिरोह ने हरियाणा स्थित अपने ही गांव के बिटकॉइन की ट्रेडिंग करने वाले टींकू को उठाया था।इससे 44 बिटकॉइन जबरदस्ती ले लिए। उसके बाद दिल्ली से एक सरदार को अपहरण कर बिटकॉइन लेने के साथ अपने बैंक खाते में रुपए ट्रांसफर कर लिए।
दिल्ली में प्रीतमपुरा से भी दो व्यक्तियों का इसी गैंग ने अपहरण किया, जिन्हें मारपीट कर फिरौती लेने के बाद छोड़ा। इस तरह की दर्जनभर वारदात करना गिरोह ने स्वीकार की है। इसमें जयपुर,दिल्ली, हिसार, मुम्बई, पुणे आदि जगह शामिल है।
खास बात यह है कि बिटकॉइन ट्रेडिंग करने वालों को ही गिरोह अपना शिकार बनाता था। पुणे से लूटी गई स्कोर्पियो गाड़ी भी गिरोह के पास है।
विक्की के इस गिरोह में उसका छोटा भाई दीपक रोहिला भी शामिल है। सरगना विक्की इतना शातिर है कि गिरोह के बदमाशों को तो छोड़ अपने भाई को भी पत्नी व बच्चों के साथ रहने वाले फ्लैट के बारे में नहीं बताता था। गिरोह का पूरा खर्चा उठाने वाले विक्की अपनी गैंग के साथ मुम्बई में भी सात-आठ माह रखकर आया है। वहां भी गिरोह को अलग फ्लैट व अपने लिए अलग फ्लैट लिया हुआ था। अपहरण कर टॉर्चर करने से मिली फिरौती की रकम से गैंग मुम्बई के क्लबों में मौज मस्ती करती थी।