Jaipur News – देश के किसानों को बिजली के बिल पर हर वर्ष मिलने वाली दस हजार रुपए की सब्सिडी (Subsidy)अब सीधे उनके बैंक खातों (Bank accounts) में आएगी। अब तक हर माह बिल के साथ अधिकतम 833 रुपए बिजली बिल में कम किए जा रहे थे। सरकार की ओर से समय पर अनुदान राशि नहीं मिलने के कारण डिस्काम्स ने अब यह सब्सिडी की राशि सीधे बैंक खातों में डालने का निर्णय किया है।
राज्य में किसानों को गत वर्ष अक्टूबर से किसानों को हर माह 833 रुपए बिजली की सब्सिडी के रूप में दिए जा रहे हैं। किसानों के बैंक खातों में यह सब्सिडी राशि पहुंचाने का जिम्मा भी बिजली वितरण कम्पनियों को सौंपा गया है। पूर्व में यह कार्य सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के माध्यम से किया जाना था किन्तु अब राज्य सरकार ने यह कार्य भी डिस्काम्स को सौंप दिया है।
इसके लिए अलग से सैल बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
अब नए नियमों के चलते राज्य के कई किसानों को सब्सिडी राशि का लंबा इंजतार करना पड सकता है। डिस्काम के प्रदेश में करीब 15 लाख कृषि उपभोक्ता है इसमें से लगभग 12 लाख किसानों को कनैक्शन नियमित है। इसमें से भी तीनों बिजली वितरण कम्पनियों के पास अभी तक 6.2 लाख कृषि उपभोक्ताओं के बैंक खातों की डिटेल ही पहुंच पाई है। ऐसे में अगले माह से आधे कृषि उपभोक्ताओं को ही इस योजना का लाभ मिल पाएगा।
राज्य में कई कृषि कनैक्शन तो जिस व्यक्ति के नाम पर है और उसकी मृत्यु हो चुकी है। अब नाम परिवर्तन नहीं होने के कारण बैंक खातों की डिटेल नहीं दे पाए हैं। इसमें भी किसी किसान के एक से ज्यादा से पुत्र है तो उनमें सब्सिडी के बंटवारे के कारण किसी एक बैंक खाते की डिटेल नहीं दी गई है। इन व्यवहारिक परेशानियों के कारण किसान अपने बैंक खातों की जानकारी डिस्काम को नहीं दे पा रहे हैं।
किसान सब्सिडी योजना के तहत तीनों डिस्काम राज्य के किसानों को अप्रैल से अब तक 400 करोड रुपए की सब्सिडी बिजली बिलों के माध्यम से दे चुके हैं। मार्च तक किसानों को सब्सिडी के रूप में 242 करोड रुपए दिए जाने का अनुमान है।