Jaipur News (फिरोज़ उस्मानी)- टोंक विधायक व प्रदेश डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) पिछले 70 वर्षो के इतिहास में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर सबसे लबें समय तक रहने वाले नेता बन गए है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में डिप्टी सीएम सचिन पायलट को 6 वर्ष पूरे हो गए है। इससे पूर्व तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में परसराम मदेरणा साढ़े पांच साल रहे। प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेंदारी पायलट को 21 जनवरी 2014 को मिली।
उस समय नाजूक दौर से गुजर रही कांग्रेस को पायलट द्वारा कमान संभालने से उत्साह मिला। अपनी प्रतिभा व व्यक्तित्व से प्रदेश की जनता को कांग्रेस से फिर से जोडऩे में कामयाम हुए। पूरे कार्यकाल के दौरान पायलट ने सच्चाई से आमजन के मुद्दों को विपक्ष व अपनी सरकार के सामने रखें। जिसके चलते ही पायलट को प्रदेश के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में लाकर खड़ा कर दिया है। डिप्टी सीएम के पद पर भी रहते हुए उन्होंने अपने राजनेतिक मुल्यों को ध्यान में रखकर अपनी जिममेंदारी पूरी मेंहनत से निभाई है।
कार्यकर्मातों में नया जौश भरकर आमजन के साथ कंधें से कंधा मिलाकर कार्य करने की सीख दी। उस समय वर्ष 2013 के विधानसभा कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। उस समय डूबती कांग्रेस को एक बार फिर से उबारने का कार्य पायलट ने बाखूबी निभाया। इसके बाद पायलट के नेतृत्व में हर उपचुनाव में कोटा व धोलपुर को छोडक़र कांग्रेस ने जीत दर्ज की।
विधानसभा चुनाव 2018 के बाद कांग्रेस की प्रदेश में सरकार बनने बन गई। इस दौरान कई प्रदर्शनों में पुलिस की लाठियां तक खाई। पायलट का मानना है कि कांग्रेस पार्टी एक टीम वर्क की तरह कार्य करें। अगर टीम में से किसी एक को भी परैशानी होती है तो उसका संयम के साथ निराकरण किया जाएं।
पायलट के मुताबिक सरकार चलाने के लिए एक व्यक्ति से काम नही चलता है,सबको साथ लेकर चलना होता है। कई बार सरकार की मंशा के उलट जाकर भी आमजन हित में दिए उनके बयानों से चर्चाओं में भी रहें। चाहे विवाद पार्टी का हो या विपक्ष का पायलट हमेशा सही के साथ खड़े दिखाई दिए है।