जयपुर
कांगे्रस नेताओं और जनप्रतिनिधियों के फोन नहीं उठाने की शिकायतों पर ऊर्जा मंत्री बी.डी.कल्ला ने कडा रूख अपनाया है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि सभी अभियंता स्थानीय जनप्रतिनिधियों के संपर्क में रहे और उनसे बिजली आपूर्ति व उपभोक्ता शिकायतों के समाधान के बारें में फीडबैक लेकर सिस्टम को बेहतर बनाने का प्रयास करें। जो अभियंता और अधिकारी जनप्रतिनिधियों के फोन नहीं उठाते उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक
कल्ला गुरूवार को ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने बिजली निगमों के स्टोर में बेकार पडे सामान के निस्तारण की कार्रवाई के निर्देश भी दिए।
बता दें कि बिजली अभियंताओं और अधिकारियों के फोन नहीं उठाने की लंबे समय से शिकायतें मिल रही है। इसको लेकर गत माह ही डिस्काम एमडी ेने एक आदेश जारी कर सभी को फोन उठाने के निर्देश दिए थे।
आदेश में कहा था कि किसी कारणवश फोन नहीं सुन पाए तो समय मिलते ही वापस फोन किया जाए। डिस्काम एमडी के आदेश के बाद भी हालात में कोई सुधार नहीं हुआ और अधिकारी व अभियंता जनप्रतिनिधियों के फोन ही नहीं उठा रहे। इसको लेकर गुरूवार को हुई बैठक में ऊर्जा मंत्री ने गहरी नाराजगी जताई है।
बिजली कम्पनियों के कामकाज की समीक्षा
कल्ला ने बिजली कम्पनियों के कामकाज की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को कहा कि विद्युत आपूर्ति के दौरान आने वाली ट्रिपिंग की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं और मांग पत्र की जमा राशि वाले कृषि कनेक्शन के आवेदकों को कनेक्शन जारी करने के कार्य में तेजी लाई जाए। इसके साथ ही जले हुए व खराब ट्रांसफार्मरों को समय पर बदला जाए। बैठक में प्रदेश में बिजली उत्पादन की स्थिति, बिजली प्रसारण तंत्र, सौभाग्य योजना, विद्युत निगमों के टी एण्ड डी लॉस 15 प्रतिशत तक लाने के लिए किए जा रहे उपाय, सोलर व विण्ड एनर्जी की पालिसी, स्मार्ट मीटर, स्कॉडा योजना सहित केन्द्रीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। इस मौके पर बिजली कम्पनियों के शीर्ष अधिकारी उपस्थित रहे।