घर की रसोई में सब्जियों के अंदर सबसे ज्यादा आलू और प्याज आमतौर पर अधिक उपयोग में लाया जाता है लेकिन अगर यही आलू बाजार में ₹50 हजार किलो के भाव से देख रहे हैं तो क्या कोई आलू खा सकता है आपको यह पढ़कर अजीब लग रहा होगा कि ₹50000 किलो के भाव भी कोई आलू के होते हैं क्या लेकिन जी हां यह सच है तो पड़े और जाने पूरी खबर
दक्षिण अमरीकी देश वेनेजुएला में जल्द ही 1 लाख बोलिवर (स्थानीय मुद्रा) का नोट बाजार में दिखेगा। इस नोट की कीमत 0.23 यूएस डॉलर के बराबर मानी जा रही है। इसमें लोग यहां केवल दो किलो आलू या आधा किलो चावल ही खरीद पाएं ।
दक्षिण अमरीकी देश वेनेजुएला में जल्द ही 1 लाख बोलिवर (स्थानीय मुद्रा) का नोट बाजार में दिखे
वहां की सरकार ने मुद्रा के अवमूल्यन के कारण अब बड़े मूल्य वाले नोट छापने का निर्णय किया है। इसके लिए इटली की एक फर्म से 71 टन सिक्योरिटी पेपर का आयात किया गया है। इस फर्म का स्वामित्व इटली की कंपनी बैन कैपिटल के पास है, जो दुनिया के कई देशों को सिक्योरिटी पेपर का निर्यात करती है।
कस्टम की रिपोर्ट में सिक्योरिटी पेपर मंगाने का खुलासा हुआ है। जानकारी के अनुसार वेनेजुएला में यदि 1 लाख बोलिवर के नोट छापे जाते हैं तो यह सबसे बड़े मूल्यवर्ग का नोट बन जाएगा। हालांकि इसकी कीमत तब भी 0.23 यूएस डॉलर के बराबर मानी जा रही है। इसमें लोग यहां केवल दो किलो आलू या आधा किलो चावल ही खरीद पाएंगे। वहां की सरकार लोगों को सहूलियत देने के लिए बड़े मूल्यवर्ग के नोटों को छापने की योजना बना रही है। जिससे आम लोग बड़ी संख्या में नकदी को लेकर चलनेे से बचेंगे।
बताया जा रहा है कि लॉकडाउन और तेल से मिलने वाले पैसों के खत्म होने से वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था लगातार सातवें वर्ष मंदी की चपेट में है। इस साल के अंत तक इस देश की अर्थव्यवस्था 20 फीसदी नीचे आ जाएगी। भ्रष्टाचार के कारण इस देश की अर्थव्यवस्था और बदतर होती जा रही है। खबरोसके मुताबिक वेनेजुएला को सोना बेचकर सामान खरीदना पड़ रहा है। वेनेजुएला में लाखों लोग भूखे पेट सोते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, वेनेजुएला में लगभग 7 लाख लोग ऐसे हैं जिनके पास दो वक्त का खाना खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं।
यूनाइटेड नेशन फूड प्रोग्राम एजेंसी ने फरवरी में कहा था कि वेनेजुएला के हर तीन में से एक नागरिक के पास खाने के लिए भोजन नहीं है। वर्तमान समय में कोरोना के कारण हालात और ज्यादा खराब हो गए हैं। बताया जा रहा है कि 2013 के बाद लगभग 30 लाख लोग अपने देश को छोड़कर पड़ोसी ब्राजील, कंबोडिया, इक्वाडोर और पेरू में शरण लिए हुए हैं। हालात यहां तक खराब हैं कि इन देशों ने वेनेजुएला की सीमा पर अपनी फौज को तैनात किया हुआ है। वर्तमान समय में यह दुनिया के किसी देश में हुआ सबसे बड़ा विस्थापन है।