भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण किसान उतरे सड़कों पर
जयपुर । जयपुर जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि पूरे देश में किसान आंदोलन के लिये केन्द्र की भाजपा सरकार और राज्य की भाजपा सरकार की नीतियां जिम्मेदार है। पूरे देश का किसान हताश देश और परेशान है, पूरे देश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। राजस्थान में भी 125 से ज्यादा किसानों ने आत्महत्याऐं कर ली, लेकिन केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकार किसानों के लिये सिर्फ बयानबाजी करती रही, उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिये चुनाव से पहले किसानो के हित में बडी-बडी घोषणायें करने वाली भाजपा सरकार के आने के बाद सारे वादे भूल गई। खाचरियावास ने कहा कि इसी का परिणाम है पूरे दे देश में किसान सड़कों पर उतर गया है, जगह-जगह किसान अपनी मेहनत से पैदा की गई फसल को सड़कों पर फेंक रहा है, दूध की नदियां सड़कों पर बहा रहा है लेकिन इसके बावजूद केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकार को षर्म नहीं है। सरकार को किसानों से बात करके किसानों की समस्या का समाधान करना चाहिये। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दोनों घमण्ड में चूर है, घमण्ड का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि दे देश में सबको अन्न उपलब्ध कराने वाला किसान सड़कों पर उतरकर आंदोलन करके अपनी आवाज को बुलन्द कर रहा है लेकिन प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पास ना तो किसानों से बात करने के लिये समय है और ना ही वे किसानों के पक्ष में बयान देकर हमदर्दी जता रहे हैं। यदि इसी तरह हालात बने रहे तो किसानों के उग्र आंदोलन में यदि कहीं भी अप्रिय घटना होती है तो उसके लिये केन्द्र व राज्य सरकार जिम्मेदार होंगी। खाचरियावास ने कहा कि किसानों को लेकर केन्द्र सरकार के मंत्री और प्रधानमंत्री अपने प्रत्येक भाषण में राजनैतिक रोटियां सेकने के लिये झूठी बयानबाजी करके किसानों का समर्थन तो हांसिल करना चाहते है लेकिन किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिये धरातल पर कोई भी कार्य नहीं करना चाहते। कांग्रेस पार्टी ने अपने षासन में पूरे देश के किसानों के हजारों करोड़ रूपये के कर्जे माफ करके बड़ा फैसला लिया था, लेकिन केन्द्र की भाजपा व राज्य की भाजपा सरकार ने किसानों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिये कुछ भी नहीं है। इसलिये केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकार को किसानों से बात करके किसानों की समस्याओं का समाधान करते हुये किसानों के पक्ष में बड़े बजट का प्रावधान करके उनके सभी तरह के कर्जे माफ करके उनकी सभी समस्याओं का समाधान करना चाहिये। किसान आंदोलन केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकार की नाकामी का परिणाम है।