किसी प्रशासनीक अधिकारी ने नही ली अब तक सूध
चन्द्रशेखर हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग
टोंक(फिरोज़ उस्मानी)। पिछले सात माह से चन्द्रशेखर हत्याकांड में न्याय के लिए मृतक का परिवार न्याय के लिए दर दर भटक रहा है। पीडि़त परिवार चन्द्रशेखर हत्याकांड के लिए सीबीआई जंाच की भी मांग करता आ रहा है। बावजूद इसके पुलिस मामले में अब तक भी कोई ठोस कदम नही उठा पाई है। कही भी मामले की सुनवाई नही होने के चलते इसके विरोध में पिछले तीन दिन से पीडि़त परिवार व मातृ छाया संस्था अध्यक्ष की नीलिमा आमेरा भी अनशन बैठी है। बावजूद इसके कोई प्रशासनीक अधिकारी इनकी कोई सूध नही ले रहा है।
ये है मामला
अनशन पर बैठी आशा देवी शर्मा, गायत्री देवी, संध्या शर्मा सहित उनके साथ धरने पर बैठे पवन कुमार शर्मा व आदित्य गौड़, चन्द्रेश गौड़, आशीष शर्मा ने बताया कि टोडारायसिंह के ग्राम भासू स्थित बस स्टैण्ड के पास 1 अगस्त 2017 को निमार्णधीन मकान में चन्द्रशेखर उर्फ कालू शर्मा पुत्र सीताराम शर्मा नामक युवक का शव मिला। वारदात का पता तब लगा जब मृतक की छोटी बहन संध्या भाई को ढूंढतें हुए सुबह उन्ही के निर्माणाधीन मकान पर पहुंची। पोस्ट- मार्टम रिपोर्ट में मृतक के शरीर पर 13 प्राणघात चौटे आई। बावजूद इसके पुलिस ने पूरे मामले को दुर्घटना बता दिया।
सीबीआई जांच की मांग
पूरे मामले में सात माह बित गए है, पीडि़त परिवार न्याय की आस लिए प्रशासनीक अधिकारियों के चक्कर काटने पर मजबूर है। परिवार की मांग है कि चन्द्रशेखर हत्याकांड में लिप्त आरोपितों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए, पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए, मृतक की पत्नी को तुरंत मुख्यमंत्री सहायता दी जाएं। इसके साथ ही चन्द्रशेखर हत्याकांड को प्रभावित करने वालों पर कार्रवाई की जाए। इस मामले में मातृ छाया संस्था की अध्यक्ष नीलिमा आमेरा भी पीडि़त परिवार के साथ अनशन पर बैठी और उनके साथ अम्बेडकर महासभा के जिलाध्यक्ष अशोक बैरवा, रईस अंसारी, ब्रह्म सेना के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु तिवारी, नीरज गौत्तम भी धरने पर बैठे।