Jaipur News / Dainik reporter : प्रदेश के सबसे बडे सवाई मानसिंह अस्पताल (SMS) में रेंजीडेंट चिकित्सकों (Resident practitioners ) के साथ मारपीट (Beating)प्रकरण ने तूल पकड लिया है। घटना के विरोध में रेजिडेंट्स ने कार्य बहिष्कार (boycott work)की घोषणा कर दी है। अस्पताल प्रशासन रेजिडेंट्स के साथ वार्ता कर हडताल (Strike) वापस लेने की कोशिश में जुटा हुआ है।
अस्पताल के गैस्ट्रोलॉजी विभाग (Gastrology Department ) में जयपुर के झोटवाडा निवासी 51 वर्षीय निर्मला देवी भर्ती थी। सोमवार को लीवर फेल होने के चलते निर्मला देवी की मौत हो गई थी।
उसके बाद उनके परिजनों ने वहां कार्यरत रेजिडेंट डॉक्टर संगीता और डॉक्टर तौहीद अहमद के साथ मारपीट की।
इस संबंध में अस्पताल प्रशासन ने एक दर्जन से अधिक आरोपियों के खिलाफ मोतीडूंगरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया
लेकिन मारपीट करने वाले 2 लोग गिरफ्तार नहीं हो पाए। ऐसे में कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार दोपहर बाद रेजिडेंट्स ने कार्य बहिष्कार की घोषणा कर दी।
इससे पहले एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (जार्ड) के पदाधिकारियों ने अस्पताल अधीक्षक डॉ. डीएस मीणा से मुलाकात कर सुरक्षा की मांग की। उन्होंने बताया कि अस्पताल में रेजीडेंट चिकित्सकों के साथ दुव्र्यवहार की घटनाएं बढती जा रही है।
ऐसे में रेजीडेंट्स को सुरक्षा प्रदान की जाए साथ ही मारपीट प्रकरण में गिरफ्तार किए गए लोगों पर पुलिस ने जमानती धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है, जो गैर जमानती धाराओं में बदला जाए। अस्पताल प्रशासन के साथ कई दौर की वार्ता के बाद रेजीडेंट चिकित्सकों ने कार्य बहिष्कार की घोषणा कर दी। हालांकि आईसीयू में रेजीडेंट्स कार्य करते रहे।
इधर, जार्ड अध्यक्ष अजित बागड़ा ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों को राजकार्य में बाधा व मारपीट की धाराओं में गिरफ्तार करने की बजाए शांति भंग में गिरफ्तार किया है। इस संबंध में एसएमएस अधीक्षक से मिलकर 9 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया है।
आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो बुधवार से आईसीयू सहित सभी जगह कार्य बहिष्कार किया जाएगा। इस बारे में एसएमएस अधीक्षक डी.एस.मीणा ने कहा कि रेजीडेंट्स से वार्ता का दौर जारी है और समझाइश से मामला शांत करने की कोशिश की जा रही है।