भोपाल
मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में पंचायक की शर्मनाक करतूत सामने आई है। दुष्कर्म की पीड़ित नाबालिग लड़की के पिता ने गांव की पंचायत पर छुआछूत का आरोप लगाया है। पीड़िता के पिता ने कहा कि पंचायत ने शुद्धिकरण के लिए परिजनों को मांसाहारी भोजन कराने का फरमान जारी किया है।
राजगढ़ जिले के एक गांव में पीड़ित परिवार की 17 साल की लड़की के साथ दुष्कर्म हुआ। पंचायत ने फरमान जारी किया कि दुष्कर्म का आरोपी निचली जाति का है इसलिए उन्हें शुद्धिकरण कराना होगा। शुद्धिकरण के लिए गांव के लोगों के लिए मांसाहार का भंडारा कराना होगा।
पीड़िता के पिता ने बताया कि समाज वाले भंडारा मांग रहे हैं, मुझे पानी नहीं भरने देते, जिद कर रहे हैं। मेरे पास पैसे नहीं हैं, मैं भंडारा कैसे करूं। पीड़िता के मां-बाप ने राजगढ़ में कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है।
महिला-बाल विकास अधिकारी चंद्रसेना भिड़े ने बताया, ‘लड़की के माता-पिता मेरे पास आए थे, मैंने उनको बोला है कि एफआईआर करें, जितने भी दोषी हैं उनको बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि प्रशासन का कहना है कि उनकी प्राथमिक जांच में इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है।
एडिश्नल एसपी एन एस सिसौदिया ने कहा, ‘महिला बाल विकास अधिकारी को पीड़िता के परिजनों ने आवेदन दिया था। जब महिला बाल विकास अधिकारी, राजस्व और पुलिस की टीम ने गांव में जाकर जांच और पूछताछ की तो वहां ऐसी कोई बात सामने नहीं आई।