Tonk। राज्य सरकार द्वारा राजस्थान में निवेश एवं रोजगार के नवीन अवसर सृजित करने के लिए इन्वेस्ट राजस्थान का आयोजन किया जा रहा है। इसी के तहत जिला मुख्यालय टोंक पर पहली बार जिला स्तरीय इन्वेस्टर समिट इन्वेस्ट टोंक 2022 गुरूवार, 13 जनवरी को कृषि विभाग के ऑडिटोरियम में जिला प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद की अध्यक्षता में आयोजित किया जा रहा है।
राज्य सरकार जिले में निवेश करने वाले उद्यमियों का खुले दिल से स्वागत करती है। जिला कलेक्टर,टोंक चिन्मयी गोपाल ने बताया कि राज्य सरकार की बजट घोषणा के अनुसार जिले के सभी उपखण्डों में रीको के औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किए जा रहे हैं। टोडारायसिंह श्रीनगर, पीपलू बोरखण्डी एवं मालपुरा के चौसला में नवीन औद्योगिक क्षेत्र के लिए भूमि आवंटन किया जा चुका है। इन्वेस्टर समिट से जिले में निवेश एवं रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
राज्य सरकार की इज ऑफ डूइंग बिजनेस की नीति के तहत राजस्थान सरकार ने नई नीतियां एवं नई योजना लागू की है। जिसमें राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना 2019 स्कीम के तहत उद्यमी को नया उद्यम स्थापना करने के लिए भूमि कर स्टांप शुल्क एवं कन्वर्जन चार्जेस में 100 प्रतिशत की छूट दी गई है।
उद्यम स्थापना के उपरांत इलेक्ट्रिसिटी, ड्यूटी मंडी शुल्क, लग्जरी टैक्स एवं स्टेट जीएसटी का 75 प्रतिशत तक का अनुदान दिया गया है। साथ ही निवेश अनुदान के तौर पर ईएसआई और पीएफ का नियोक्ता का 50 प्रतिशत अनुदान भी राज्य सरकार द्वारा दिये जाने का प्रावधान है।
राज्य में नया उद्यम स्थापित करने के लिए एमएसएमई एक्ट 2019 के तहत 3 वर्ष तक राज्य सरकार के किसी भी विभाग से एनओसी एवं क्लीयरेंस लाइसेंस आदि से मुक्त है। इसके लिए राज उद्योग मित्र पोर्टल कार्यरत है जिस पर उद्यमी ऑनलाइन आवेदन कर सकता है।
राज्य सरकार द्वारा व्यापार एवं उद्योगांे को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना चलाई जा रही है। जिसमें 10 करोड़ तक के ऋण का प्रावधान है। पुरानी इकाई भी विस्तार एवं आधुनीकरण व्यापार के लिए 1 करोड का ऋण ले सकती है। 25 लाख तक 8 फीसदी ब्याज अनुदान, 25 लाख से 5 करोड़ तक 6 फीसदी ब्याज अनुदान एवं 5 करोड़ से 10 करोड़ तक 5 फीसदी ब्याज अनुदान राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है।
राजस्थान निवेश प्रोत्साहन स्कीम 2019 के तहत जिले में अब तक लगभग 125 इकाइयां लाभान्वित हुई है, जिसमें जिले में 300 करोड़ का निवेश एवं ढाई हजार लोगों को रोजगार सुलभ होगा।
यह इन्वेस्ट समिट जिले की अब तक की सबसे बड़ी और अनूठी निवेश समिट होगी। जिसमें करीब 35 उद्यमियों के साथ 375 करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त होने की संभावना है। राज्य सरकार द्वारा इन उद्यमियों को विभिन्न स्कीमो के तहत लाभान्वित किया जायेगा। इकाई राघव सोल्यूशन प्राईवेट लिमिटेड द्वारा जिले में विभिन्न चरणों में 165 करोड़ रूपये का निवेश प्रस्तावित है। टोंक जिला एग्रो प्रोसेसिंग फूड, प्रोसेसिंग मिनरल्स सेक्टर, सिलिका पाउडर, स्टोन टाईल्स एवं एलुमिनियम फेब्रिकेशन आदि के लिए प्रसिद्व है।
यहां का सरसो का तेल एवं मूंगफली तेल अपनी महक एवं स्वाद की दृष्टि से विशिष्ट पहचान रखता है। यहां के नमदे की विश्वभर में अलग पहचान है। टोंक जिले में निवेश की काफी संभावनाएं हैं इसका मुख्य कारण जिले का राजधानी से मात्र 100 किलोमीटर हाईवे से जुड़ा हुआ होना है। साथ ही जिले के नजदीकी रेलवे स्टेशन निवाई एवं सवाई माधोपुर है।
जिले में एक तिहाई भाग नहरों द्वारा सिंचित है एवं जिले से निकलती बनास नदी एवं बीसलपुर बांध जिले के लिए वरदान है। यह समिट टोंक जिले के इतिहास में निवेश एवं रोजगार के अवसर सृजन करने में एक अनूठी पहल साबित होगा। टोंक जिले को एक इन्वेस्टमेंट हब के रूप में विकसित किया जायेगा।